मोहला मानपुर चौकी
ढाई सौ डाक सेवक बेमियादी हड़ताल पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 13 दिसंबर। ग्रामीण डाक सेवक की अनिश्चितकालीन हड़ताल से ब्लॉक के ग्रामीण इलाकों में डाक सेवाएं पूरी तरह से प्रभावित हो गई है। देहातों में डाक सेवकों के रूप में काम करने वाले केन्द्र सरकार के यह कर्मचारी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर मंगलवार से कामकाज का बहिष्कार कर केन्द्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
विकासखंड अंबागढ़ चौकी के उपडाक घर अंबागढ़ चौकी के अंतर्गत ग्रामीण डाक सेवक के रूप में काम करने वाले 51 जीडीएस आज से उपडाकघर अंबागढ चौकी के सामने पंडाल लगाकर केन्द्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते धरना दे रहे हैं। ग्रामीण डाक सेवक मुख्य रूप से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। हड़तालियों ने बताया कि वे प्रमुख रूप से केन्द्र सरकार से पंाच सूत्रीय मांगों को पूरी करने की मांग कर रहे हैं।
ग्रामीण डाक सेवक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष तुलाराम कोलियारे, उपाध्यक्ष गजेन्द्र साहू, सचिव टिकेश्वरी राजपूत, सागर तिवारी, यशवंत कुमार देवांगन ने बताया कि वे अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन आंदोलन कर रहे हैं और जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी, वे वापस काम पर नहीं लौटेंगे। ग्रामीण डाक सेवकों ने दिनभर अपनी मांगो को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते अपनी मांगो को पूरी करने की अपील की। आंदोलन में ब्लॉकभर के ग्रामीण डाक सेवक शामिल हुए। जिनमें गजेन्द्र साहू, वैभव साव, भूपेश कोमरे, परमेश्वर राणा, प्रवीण कुमार, रेणुका देशमुख, मदन साहू, यासमीन साहू, नरेन्द्र साहू, हेमंत कुमार, डिपंल डड़सेना सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण डाक सेवक शामिल हुए।
हड़ताल से डाक सेवाएं प्रभावित
ग्रामीण डाक सेवकों के बेमियादी हड़ताल के पहले दिन से ही डाक सेवाएं पूरी तरह प्रभावित हो गई है। जिसमें डाक वितरण के अलावा जमा निकासी लेनदेन, आईपीपीबी सेवाएं, आधार संबंधी कार्य के अलावा ग्रामीण डाक जीवन बीमा संबधित सभी कार्य प्रभावित हो गए हंै। डाक सेवकों के हड़ताल के चलते गांवों के शाखा डाकघर में ताला लटक गया है। यदि हड़ताल जल्द ही समाप्त नहीं हुआ तो निश्चित तौर से डाक सेवाओं से जुड़े कार्यों को लेकर खासा परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि आज पहले दिन ही गांवों में डाक सेवाओं से जुड़े कार्यों को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ा।