महासमुन्द
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युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों से चर्चा के दौरान डिप्टी कलेक्टर ने कमेटी बनाकर मामले की जांच करने की बात कही है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 15 जून। महासमुंद वन विभाग के खेल मैदान में निर्माणाधीन सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक के निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगा कल युवक कांग्रेस प्रदेश महासचिव व नपा सभापति निखिल कांत साहू, एनएसयूआई जिला अध्यक्ष शाहबाज राजबानी की अगुवाई में युवा जनों ने वाहनों के फटे-पुराने टायरों के साथ कलेक्टोरेट पहुंचे और जमकर नारेबाजी की।
उन्होंने कहा कि जिसे ठेकेदार और अधिकारी यूरोप यूरोप से मंगाया हुआ बेहतरीन रबर कह रहे हैं, वह पुराने टायरों का रबर है। इसे अधिकारी बेहतर गुणवत्ता का रबर बता रहे हैं। लेकिन हकीकत यह है कि वास्तविक रबर की जगह मैदान में जुगाड़ से काम हो रहा है। इस जुगाड़ का पता अब चल चुका है। वहां टायर के टुकड़ों से खेल मैदान का निर्माण अब नहीं होने दिया जाएगा। यदि ऐसा होता है तो यह खिलाडिय़ों के लिए अहित होगा।
नारेबाजी सुनकर डिप्टी कलेक्टर आशीष कर्मा उनसे चर्चा करने के लिए पहुंचे। वहां युवक कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि ट्रैक निर्माण में बरती जा रही लापरवाही व भ्रष्टाचार के विरोध में शहर के खिलाड़ी गुस्से में हैं। काफी लंबे समय तक इंतजार के बाद ट्रैक स्वीकृत हुआ है। इसे भ्रष्टाचार का जरिया नहीं बनने देंगे। निखिल कांत ने ट्रैक निर्माण कार्य की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
हॉकी खिलाड़ी हर्षिता कन्नौजे का कहना है कि खेल मैदान निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार कर खेल व खिलाडिय़ों को पीछे धकेलने का काम किया जा रहा है। मैदान का बेस खराब रहेगा तो टाप लेयर कब तक और कितना दिन टिकेगा। यह बात सामान्य लोगों को भी समझ आती है, लेकिन अधिकारी व ठेकेदार क्यों नहीं समझना चाहते?
निखिलकांत ने कहा कि जिले सहित प्रदेश के धावकों, अन्य खिलाडिय़ों के बेहतर भविष्य के लिए पूर्ववती कांग्रेस शासनकाल में महासमुंद वन विभाग के खेल मैदान में सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक बनाने हेतु लगभग आठ करोड़ रुपए की स्वीकृति हुई। इसका निर्माण कार्य चल रहा है।
खिलाड़ी शुभम साहू का कहना है कि सिंथेटिक ट्रैक पर यदि साइकिल के फटे-पुराने टायर का टुकड़ा लगता तो फिर हर गांव में सिंथेटिक ट्रैक होता। ट्रैक पर जो वास्तविक होना चाहिए, उससे ही लगानी चाहिए।
किकेट खिलाड़ी वैभव का कहना है कि इस्टीमेट तैयार करने वाले मूर्ख नहीं है। महंगा समान लगता है। इसलिए करीब आठ करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत कराया है। ठेकेदार यहां गुणवत्तापूर्ण मैदान बनाएं, कबाड़ से जुगाह न लगाएं। क्रिकेट खिलाड़ी शिवम चंद्राकर का कहना है कि साइकिल टायर से सिंथेटिक ट्रैक बनाने का नायाब उदाहरण महासमुंद पेश कर रहा है। युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों से चर्चा के दौरान डिप्टी कलेक्टर आशीष कर्मा ने कमेटी बनाकर मामले की जांच करने की बात कही है।