बलौदा बाजार
![सडक़ पर भारी मालवाहक ों के पहिए के निशान उभर आए सडक़ पर भारी मालवाहक ों के पहिए के निशान उभर आए](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718630336mages_(41).jpeg)
रवान व बलौदाबाजार भाटापारा मार्ग में आए दिन हो रहे हादसे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 17 जून। ग्राम रवान बलौदाबाजार भाटापारा मार्ग पर आए दिन हादसे हो रहे हंै। सडक़ पर जगह-जगह भारी मालवाहक वाहनों के पहिए के निशान उभर आए हैं। सडक़ जगह-जगह से चार-पांच इंच अंदर धस चुकी है। सडक़ भारी वाहनों के आवाजाही के कारण चलने लायक नहीं बचा है। जिसके कारण आए दिन ग्रामीण एवं राज्यों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ रहा है।
यह सडक़ लोगों के लिए परेशानियों का सबब भी बना हुआ है। पिछले 3 साल में अब तक 647 लोगों की जान ले चुकी है। इस मार्ग में आए दिन दुर्घटना होना आम बात हो गई है। रवान बलौदाबाजार भाटापारा जिला पहुंच मुख्य मार्ग चार दिनों में गांव के दो लोगों की जान ले चुका है। बलौदाबाजार भाटापारा मुख्य मार्ग में दुर्घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है।
10 जून दिन सोमवार को रात्रि 3 बजे आसपास भारतीय विद्या मंदिर के सामने गांव के भुवनेश्वर ध्रुव 24 वर्ष की अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 13 जून की गुरुवार को शाम 7.30 बजे के आसपास अंबुजा विद्यापीठ के सामने गांव के धनुष ध्रुव 27 वर्ष को बलौदाबाजार के तरफ र्इंट भरकर तेजी से आ रहे स्वराज मास्टर क्रमांक सीजी 13 एल 1692 ने अपने चपेट में ले लिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है।
बताया जाता है कि मृतक धनुष ध्रुव बिजली विभाग में वाहन चालक का काम करता था, जो बलौदाबाजार से अपने काम खत्म कर घर वापस आ रहा था। इसी दौरान तेजी से आ रहे स्वराज माजदा ने उसे चपेट में ले लिया। बीते कुछ माह पूर्व बलौदाबाजार के बाइक सवार लोगों का अर्जुनी खमरिया के बीच दुर्घटना हो गई थी। जिसमें एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई थी। इसके कुछ दिन बाद खैरी खमरिया के बीच में दो मोटरसाइकिल बाईक की भिड़ंत हो गई। जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में 3 साल की बच्ची भी थी। इसके अलावा 6 7 माह पूर्व अर्जुनी खमरिया के पास भयंकर सडक़ हादसा हुआ था जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई थी। सभी लोग शादी समारोह से वापस लौट रहे थे।
हादसों की मुख्य वजह सडक़ के गुणवत्ताहीन निर्माण को माना जा रहा है। सडक़ के गुणवत्ताहीन निर्माण और खराब स्थिति के बारे में शासन-प्रशासन को कई दफे बताया बताया जा चुका है परंतु अधिकारियों के कान में जू तक नहीं रेंग रही है।