बलौदा बाजार
![विश्व का प्रथम छंदबद्ध भारत का संविधान पुस्तक गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज विश्व का प्रथम छंदबद्ध भारत का संविधान पुस्तक गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718631811886.jpg)
डॉ. इन्द्राणी साहू सम्मानित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 17 जून। नई दिल्ली के हिन्दी भवन में छंदबद्ध भारत का संविधान पुस्तक का भव्य विमोचन समारोह आयोजित किया गया, जिसमें देश-विदेशों में निवासरत 142 छंद साधकों ने मिलकर भारतीय संविधान के मूल रूप को 26 प्रकार के छंदों में छंदबद्ध करके विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है।
मूल संविधान में 422रोला, 2110 दोहा और 24 अन्य छंदों का शानदार समायोजन कर छंदबद्ध भारत का संविधान के कलेवर को सजाया गया है। भाटापारा नगर की गौरव सुपरिचित साहित्यकारा डॉ. इन्द्राणी साहू साँची को अनुच्छेद 368 संविधान का संशोधन- भाग- 20- राधेश्यामी छंद में और अध्याय 46, संविधान संशोधन 01 से 52 सरसी छंद में लिखने हेतु नई दिल्ली के हिन्दी भवन में आयोजित भव्य समारोह में गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड से सम्मानित किया गया।
इस भव्य आयोजन की मुख्य अतिथि मीनालेखी पूर्व विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री भारत सरकार थी। अध्यक्षता पद्मश्री डॉ.श्याम सिंह शशि दिल्ली ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ.रमा सिह वरिष्ठ साहित्यकार दिल्ली, पंकज शर्मा एडीटर आज तक न्यूज चैनल, शकुंतला कालरा वरिष्ठ साहित्यकार दिल्ली, डॉ.संतोष खन्ना पूर्व जज दिल्ली हाई कोर्ट, सुरेश सिह प्रियदर्शी दिल्ली, डॉ. चेतन आनंद उपन्यासकार, कवि व पत्रकार तथा आलोक कुमार भारत प्रमुख गोल्डन बुक आफ वल्र्ड रिकार्डस उपस्थित थे।
डॉ. इन्द्राणी साहू साँची के सम्मानित होने पर दुर्गाप्रसाद साहू, इष्टमित्रों, परिवार जनों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों और शिक्षक बन्धुओं तथा साहित्य संस्था अभिव्यक्ति के साहित्यकार- बलदेव भारती, मुकेश शर्मा, अजय अमृतांशु, कन्हैया साहू अमित, नरेन्द्र वर्मा, डॉ.सीमा अवस्थी, जगदीश साहू सहित सभी ने उत्तरोत्तर प्रगति की शुभकामनाएँ देते हुए बधाईयाँ प्रेषित की हैं।