बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 जुलाई। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत साक्षरता कार्यक्रम के तहत वार्ड नंबर 12, 13, 14, 16 सिंघौरी में असाक्षर प्रशिक्षार्थी व स्वयंसेवी शिक्षकों के चिन्हांकन के लिए संकुल समन्वयक सिंघौरी धनीराम बंजारे व प्राथमिक शाला सिंघौरी की प्रधान पाठक किरण खरे व सहायक शिक्षिका लक्ष्मी साहू घर-घर जाकर सर्वें कर रही हैं।
इस उल्लास कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूली शिक्षा से वंचित असाक्षरों को पढ़ा लिखा कर साक्षर बनाना है। इसके लिए पास के ही स्कूल को साक्षर केंद्र बनाया गया है, जिसमें स्कूल समय के अतिरिक्त समय में स्वयंसेवी शिक्षक असाक्षरों को साक्षर ज्ञान कराएंगे। ग्राम व वार्डों में 15 साल से ऊपर के असाक्षरों को लिया जाएगा। संकुल समन्वयक धनीराम बंजारे ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य न केवल आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान प्रदान करना है।
यह योजना साक्षरता कार्यक्रम से कहीं बढक़र है। यह एक आंदोलन है, एक उज्ज्वल भविष्य और सशक्त नागरिकों की ओर एक अभियान है।