राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ की खबर हुई सच, सचिन-दिनेश महामंत्री, कमल होंगे मीडिया प्रभारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 फरवरी। जिला भाजपा अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने अपनी सवा साल पुरानी नई टीम में प्रमुख ओहदे में पुराने नेताओं को खास तरजीह दी है। जिला भाजपा की नई सूची में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के समर्थकों का खासा दबदबा दिख रहा है। वहीं जिलाध्यक्ष श्री यादव ने भी अपने करीबी नेताओं को अलग-अलग पदों में काम करने का मौका दिया है।
भाजपा की नई सूची को लेकर इस अखबार ‘छत्तीसगढ़’ ने बीते 29 जनवरी के अंक में ‘नांदगांव भाजपा की नई टीम का ऐलान 31 को?’ शीर्षक से प्रकाशित किया था जिसमें संभावित नामों को पद से नवाजे जाने की संभावना जताई थी। कल जारी सूची में लगभग सभी नाम को शामिल किया गया है। महामंत्री पद पर जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सचिन बघेल और दिनेश गांधी को नियुक्त किया गया है। दोनों की गिनती पुराने नेताओं में होती है। इसी तरह उपाध्यक्ष पद पर आधा दर्जनों की नियुक्ति की गई है जिसमें पूर्व मंत्री रजिंदरपाल सिंह भाटिया, पूर्व विधायक सरोजनी बंजारे, वरिष्ठ नेता खूबचंद पारख समर्थक राजेन्द्र गोलछा, खैरागढ़ से विरेन्द्र जैन, रमेश पटेल और लीलाधर साहू का नाम है। वहीं कोषाध्यक्ष के रूप में युवा नेता सौरभ कोठारी पूर्ववत पार्टी का कोष सम्हालेंगे। मंत्री पद पर राजेश सिंगी, नम्रता सिंह मोहला, मूलचंद लोधी, आभा तिवारी, अनिल अग्रवाल, विजेन्द्र ठाकुर को नियुक्त किया गया है। पार्टी प्रवक्ता की हैसियत से रविन्द्र सिंह की नियुक्ति की गई है। पूर्व महापौर स्व. शोभा सोनी के भाई कमल सोनी सोशल मीडिया प्रभारी होंगे। छुरिया के राधेश्याम शर्मा सह-मीडिया प्रभारी होंगे। वहीं अमर ललवानी को मीडिया प्रभारी नियुक्त किया गया है। कार्यालय मंत्री के रूप में त्रिगुण टांक और सहायक के रूप में अरूण शुक्ला को जवाबदारी दी गई है।
बताया जा रहा है कि पार्टी में स्थाई आमंत्रित सदस्य और सदस्यों की नियुक्ति में भी गुटीय राजनीति की झलक देखी जा सकती है। बताया जा रहा है कि नई टीम में पूर्व सीएम रमन और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह की मर्जी का विशेष ख्याल रखा गया है। हालांकि कई वरिष्ठ नेताओं ने भी अपने समर्थकों को महत्वपूर्ण पदों में नियुक्त किए जाने के लिए अनुशंसा किया था। खासकर वरिष्ठ भाजपा नेता अशोक शर्मा और खूबचंद पारख के समर्थकों को महत्व नहीं मिला है। बताया जा रहा है कि पारख राजेन्द्र गोलछा को महामंत्री के रूप में नियुक्त करने के लिए जोर लगा रहे थे। गोलछा को उपाध्यक्ष पद पर ही एडजस्ट किया गया है। लंबे समय से जिला भाजपा की नई टीम को लेकर सुगबुगाहटों का दौर चल रहा था। सवा साल तक जिलाध्यक्ष यादव ने बिना टीम के काम किया। इसको लेकर भी पार्टी में अंतरविरोध सुनाई दे रहा था। कुल मिलाकर महामंत्री पद पर नियुक्त किए गए बघेल और गांधी दूसरे पावरफुल पद पर काबिज होने में कामयाब रहे हैं। दोनों पूर्व सीएम के करीबी माने जाते हैं। वहीं उपाध्यक्ष और दूसरे पदों पर नियुक्त हुए पदाधिकारी भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर रमन और पूर्व सांसद सिंह से जुड़े हुए हैं।
भाजपा में अगले 6 माह में बड़े उलटफेर के आसार
भाजपा की नई टीम के अस्तित्व में आने के बाद संगठन में अगले 6 माह के भीतर बड़े उलटफेर होने की चर्चा छिड़ गई है। बताया जा रहा है कि महामंत्री पद की नियुक्ति के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। अध्यक्ष के बाद दूसरे बड़े राजनीतिक रसूख माने जाने वाले महामंत्री पद पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दिनेश गांधी की नियुक्ति को लेकर कई तरह का अर्थ निकाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि अगले कुछ महीनों में इस नियुक्ति के बाद व्यापक असर दिखेगा। पार्टी के भीतर सबकुछ ठीक-ठाक नहीं है। भाजपा की नई टीम में जिस तरह से एक विशेष गुट को महत्व मिला है, उससे साफ है कि अंदर खाने पार्टी में काफी हलचल मची हुई है। राजनीतिक रूप से भाजपा की स्थिति आपसी खींचतान के कारण कमजोर होती दिख रही है। पूर्व सीएम रमन यहां के हालात से बखूबी वाकिफ हैं। बताया जा रहा है कि संगठन में जिस तरह से जनाधार वाले नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है, उससे पार्टी की जड़े हिल रही हैं। भाजपा की नई सूची में एक तरह से गुटबाजी दिख रही है। ऐसे में अगले कुछ महीनों के भीतर पार्टी में उठापटक होने के पूरे आसार हैं।