राजनांदगांव
मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन किरण के लिए जागरूकता कार्यक्रम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 फरवरी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के अधीन एनआईईपीआईडी सिकंदराबाद के अंतर्गत संचालित दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास एवं सशक्तिकरण क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र (सीआरसी) राजनांदगांव द्वारा मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन किरण के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र (सीआरसी) के निदेशक कुमार राजू ने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य रिपोर्ट के अनुसार चार में से एक व्यक्ति मनोरोग से ग्रस्त होते हैं। सही समय पर चिकित्सा एवं सहायता मिल जाने पर मानसिक व्याधि से ग्रस्त व्यक्ति का ईलाज एवं उनका पुनर्वास संभव है। कई बार मानसिक अवसाद, चिंता, तनाव एवं मनोग्रस्त होकर भी व्यक्ति आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं। भावनात्मक मनोवैज्ञानिक एवं सामाजिक स्वास्थ्य विकार का उपचार यदि सही समय पर मिल जाए, तो व्यक्ति के जीवन की रक्षा हो सकती है। हमारे देश में मानसिक परेशानी होने पर डॉक्टर के पास जाने की प्रवृत्ति कम देखी जाती है। इसी को ध्यान में रखते भारत शासन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा किरण मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 18005990019 जारी किया गया है, जहां मनोव्याधि से ग्रस्ति व्यक्ति अपनी मानसिक पीड़ा बताकर उपचार ले सकते हैं।
क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र (सीआरसी) के निदेशक श्री राजू ने कहा कि किरण टोल फ्री नंबर पर देशभर के 25 संस्थानों के माध्यम से 13 भाषाओं में यह सेवा उपलब्ध होगी।
इस हेल्पलाइन के माध्यम से अवसाद से परेशान व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित विषयों की शीघ्र पहचान, प्राथमिक उपचार, मनोवैज्ञानिक सहयोग, तनाव प्रबंधन, मानसिक स्वास्थ्य का उत्थान, सुधारात्मक व्यवहारों को बढ़ावा देना, मनोवैज्ञानिक आपदा प्रबंधन एवं मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के पास उन्हें रेफर किया जाएगा। चौबीसों घंटे व सप्ताह के सात दिन यह हेल्पलाइन मदद करेगा। यह हेल्पलाइन चिंता, मनोग्रसितता व बाधिता विकार, आत्महत्या व आत्माघात हेतु रोकथाम, अवसाद या उदासी, पैनिक अटैक, समायोजन विकार, आघातोपरांत तनाव विकार, व्यसन के लिए सहायता करती है।
उन्होंने कहा कि सहायता लेना एक सकारात्मक कदम है और यह स्वास्थ्य, कुशल-क्षेम एवं प्रसन्नता को बढ़ावा देता है। उचित उपचार से मानसिक समस्या से ग्रसित व्यक्तियों के स्वास्थ्य में सुधार आता है तथा अधिकांश स्थिति में पूर्णत: ईलाज संभव होता है। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी सूर्यकांत बेहरा, एमएचआरएच (कोर्डिनेटर) श्रीमती श्रीदेवी, एमएचआरएच सदस्य गजेन्द्र कुमार साहू उपस्थित थे।