बेमेतरा
सीएमएचओ कार्यालय में सीएस अटैच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 मार्च। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की निजता भंग होने के मामले पर कलेक्टर भोसकर विलाप संदीपान ने बड़ी कार्रवाई की है। जिसमें इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार सिविल सर्जन वंदना भेले को सीएस के कार्यभार से मुक्त करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में अटैच करने का आदेश जारी हुआ है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को बलौदाबाजार से स्थानांतरित होकर आए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खेमराज सोनवानी ने बेमेतरा में कार्यभार संभाला। कलेक्टर के आदेश पर उन्हें बेमेतरा जिला अस्पताल सिविल सर्जन का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा गया है।
मामले में कलेक्टर भोसकर विलास संदीपन का कहना है कि जांच दल से असहयोग और इस घटना के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है, जिसमें संबंधित पर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।
जांच प्रतिवेदन के अनुसार मामले की जांच को लेकर सिविल सर्जन का आचरण के विरुद्ध व्यवहार संदेह कारित करता है। महिला होने के नाते इस जांच में पूर्ण सहयोग किया जाना चाहिए था, जो नहीं किया गया। इसलिए कलेक्टर कार्यालय की ओर से सिविल सर्जन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए राज्य शासन, हेल्थ डायरेक्टर और स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा गया है। जब्त किए गए डीव्हीआर के परीक्षण उपरांत मरीजों की निजता का उल्लंघन पाया गया। संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे की आवश्यकता नहीं थी, इसके लिए संस्था प्रमुख जिम्मेदार माना गया है।
7 सदस्यी जांच दल ने की मामले की जांच
जिला कार्यालय बेमेतरा को 8 मार्च को महिला कर्मचारी द्वारा अपनी पहचान की गोपनीयता रखते हुए जिला अस्पताल बेमेतरा में इलाज के दौरान का वीडियो अज्ञात मोबाइल से मैसेज प्राप्त होने से निजता भंग होने की शिकायत प्राप्त हुई है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए कलेक्टर ने 9 मार्च को जिला स्तरीय जांच टीम गठित किया। जांच दल में शामिल लीना मंडावी सीईओ जिला पंचायत, सदस्य संदीप ठाकुर ओआईसी एचडी, हीरा गवर्णा डिप्टी कलेक्टर, मेनका चंद्राकर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, वर्षा चौबे प्रधान आरक्षक, मोहित चेलक प्रधान आरक्षक साइबर सेल द्वारा घटनास्थल जिला अस्पताल में निरीक्षण कर प्रारंभिक जांच किया गया।
पासवर्ड की जानकारी जेडीएस कर्मी को होने से उठे सवाल
जांच दल ने जिला अस्पताल के वार्डो के निरीक्षण में अनाधिकृत स्थान पर प्रसव वार्ड, ओपीडी समेत अन्य वार्डो में सीसीटीवी कैमरा लगा होना पाया गया, सिविल सर्जन ने सीसीटीवी कैमरा वीकेयर फर्म से क्रय किया जाना बताया। जांच दल को सिविल सर्जन के कक्ष में मॉनिटर एवं डीव्हीआर होना पाया। साइबर सेल की जांच में डीव्हीआर का पासवर्ड सिविल सर्जन और जेडीएस कर्मी सुनील जॉनसन के पास होना पाया गया। जबकि पासवर्ड सिर्फ संस्था प्रमुख के पास होना था।
साइबर सेल ने जिला अस्पताल बेमेतरा एवं एमसीएच, नेत्र चिकित्सालय में अनाधिकृत एवं संवेदनशील स्थानों पर 30 सीसीटीवी कैमरा को हटाने की कार्रवाई की है। वीडियो की जांच के लिए जिला अस्पताल बेमेतरा सिविल सर्जन कक्ष में स्थापित डीव्हीआर (2 नग) सहित पावर केबल जब्त कर साइबर सेल बेमेतरा को सुपुर्द किया गया। 9 मार्च को पंचनामा में सिविल सर्जन ने असहयोग करते हुए हस्ताक्षर करने से मना कर दिया।
फार्मासिस्ट के निलंबन का प्रस्ताव
जांच प्रतिवेदन में सिविल सर्जन का जांच दल के अधिकारियों के साथ अभद्रता एवं दुर्व्यवहार किए जाने का उल्लेख किया गया है। मनीषा पाठक फार्मासिस्ट स्टोर इंचार्ज द्वारा जांच दल के साथ दुर्व्यवहार किया गया एवं शासकीय आदेश की अवहेलना कर जांच प्रक्रिया में सहयोग नहीं किया गया। उनका यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 03 के प्रतिकूल है। तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है।
दो जेडीएस कर्मियों की सेवा समाप्ति का प्रस्ताव भेजा शासन को
जेडीएस कर्मचारी सुनील जॉनसन सूचना उपरांत भी जांच दल के समक्ष उपस्थित ना हो कर जांच दल के आदेश की अवहेलना कर जांच प्रक्रिया में असहयोग प्रदर्शित करना, उसके पास सीसीटीवी कैमरे का आईडी पासवर्ड होना पाया गया जो कि कार्यालय स्तर पर केवल संस्था प्रमुख के पास होना चाहिए था। इसलिए सम्बंधित कर्मी की सेवा समाप्ति, जांच दल से अभद्रता के लिए सिक्योरिटी गार्ड रिषि जांगड़े की सेवा समाप्ति की कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।