बेमेतरा

काम की तलाश में हजारों मजदूरों का दूसरे राज्यों की ओर रूख
20-Feb-2024 2:16 PM
काम की तलाश में हजारों मजदूरों का दूसरे राज्यों की ओर रूख

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 फरवरी।
जिले के बेमेतरा व साजा ब्लॉक के 13 हजार से अधिक मजदूर काम की तलाश में दीगर प्रदेश का रुख कर चुके हैं। पलायन पंजी अपडेट करने के मामले में जिले के नवागढ़ व साजा ब्लॉक के ग्राम पंचायतों ने रूचि नहीं दिखाई है, जिसकी वजह से दोनों ब्लॉक में पलायन करने वालों का आंकड़ा 1000 से भी कम है। जिले में सबसे अधिक बेमेतरा ब्लॉक में 10 हजार से अधिक मजदूर घर छोडक़र कमाने खाने निकल गए हैं।

सबसे अहम बात है कि पूर्व सत्र के बाद जिले में पलायन करने वालों की संख्या में सबसे अधिक कमी वाले नवागढ़ ब्लॉक में रोजगार के लिए वृहद प्रयास होते नजर नहीं आए हैं। बावजूद इसके कागजों में संख्या की कमी दिखाई जा रही है।

ज्ञात हो कि गांव से बाहर दूसरे शहर व प्रदेशों में कमाने खाने यानी रोजी-मजदूरी के लिए जाने वालों की इंट्री बकायदा पंलायन पंजी में करनी है। पलायन कर जाने की स्थिति में मजदूरों का पूरा ब्यौरा पंजी में दर्ज करना है। समय आने पर जनपदों में आंकड़ों को प्रस्तुत करना अनिवार्य है। जिला पंचायत सें प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के बेमेतरा जनपद में 10681 व साजा से 3248 मजदूर पलायन कर गए हैं। पलायन करने वालों की संख्या इन दो जनपद में अधिक है।

इसलिए सवाल है बेरला व नवागढ़ ब्लॉक की संख्या पर 
कोरोना काल के दौरान दूसरे प्रदेश गए 27132 मजदूरों को बाहर से लाया गया था, जिसमें नवागढ़ ब्लॉक के 8266 व बेरला ब्लॉक के 3369 मजदूर शामिल थे। कोरोना काल के दौरान 11178 व साजा के 4319 मजदूर लौटै थे। आदतन व बेहतर मजदूरी मिलने की वजह से बेमेतरा व साजा ब्लॉक के मजदूरों ने पलायन करना जारी रखा है। भ्रमित आंकड़ा सामने आने की वजह से नवागढ़ ब्लॉक के आंकडे पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

पंजीयन को लेकर लोगों को आगे आने की जरूरत- साहू
श्रम पदाधिकारी एनके साहू ने बताया कि पलायन कर जाने की स्थिति में मजदूरों का ब्यौरा पंलायन पंजी में दर्ज करने से प्रवासी श्रमिक नीति का लाभ मिल सकता है। इस नीति के तहत आने-जाने का व्यय भी श्रम विभाग वहन करता है।

वर्तमान में करीब 15 हजार मजदूर गए हैं- सीईओ
जिला पंचायत सीईओ लीना कमलेश मंडावी ने बताया कि जिले के चारों जनपद के ग्राम पंचायतों से 15346 मजदूरों के पलायन कर जाने की जानकारी दी गई है।

नवागढ़ व बेरला में पंजी संधारण की स्थिति साफ नहीं  
बेमेतरा व साजा जनपद को छोडक़र नवागढ़ में महज 847 मजदूर, बेरला ब्लॉक में 570 मजदूर पलायन कर गए हैं। पूर्व के सत्र 22-23 के दौरान नवागढ़ ब्लॉक में 6847 मजदूर पलायन कर गए थे। नवागढ़ में पलायन करने वालों की संख्या बीते तीन सत्र के दौरान 6500 से अधिक ही रही है। नवागढ़ ब्लॉक में ये संख्या सत्र 20-21 के दौरान 8484, 21-22 में 12460 रही। 

इसी तरह बेरला ब्लॉक में चार सत्र के दौरान दो सत्र 20-21 और 21-22 के दौरान पलायन कर जाने वालों की संख्या निरंक होने की जानकारी जनपद द्वारा उच्चाधिकारियों को दी गई। इसके अलावा 22-23 में 625 और जारी सत्र में 570 मजदूर पलायन कर चुके हैं। संख्या को देखते हुए जानकारों का मानना है कि बेरला के ज्यादतर मजदूर रायपुर व दुर्ग की ओर रूख करते हैं।

90 फीसदी कमी पर अभी कुछ नहीं बता सकते 
नवागढ़ सीईओ रवि कुमार ने नवागढ़ ब्लॉक में एक साल के दौरान पूर्व की अपेक्षा पलायन कर जाने वालों की संख्या में 90 फीसदी कमी आने के सवाल पर कहा कि इस पर अभी कुछ नहीं बता सकते।

जिले के मजदूर कश्मीर तक जाते हैं काम करने 
‘छत्तीसगढ़’ द्वारा जुटाई गई जानकारी के अनुसार जिले के मजदूर सबसे अधिक महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश व तेलंगाना जाते हैं। तीनों प्रदेश के अलावा बेमेतरा जिले के मजदूर अन्य 19 राज्यों में काम करने जाते हैं, जिनमें आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक, गोवा, बिहार, ओडिशा, राजस्थान, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, केरल, तमिलनाडु व उत्तराखंड शामिल हैं।
 

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