बेमेतरा
![एफएलएन प्रशिक्षण: सोचना व तर्क करना कौशल विकसित करना सिखाया एफएलएन प्रशिक्षण: सोचना व तर्क करना कौशल विकसित करना सिखाया](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718186715195.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 12 जून। चार दिवसीय बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान प्रशिक्षण कार्यशाला का शुरुआत पुटपुरा जोन का हुआ। जिसमें संकुल मुरता, चक्रवाय, मोहतरा, मेहना, गोढिक़ला, खेड़ा, मारो, घुरसेना, पुटपुरा के कुल 64 शिक्षक साथी एवं मास्टर ट्रेनर जितेंद्र सिंह चौहान संकुल समन्वयक कुरा, रामप्रसाद साहू प्राथमिक शाला एरमसाही, भागीरथी वर्मा संकुल समन्वयक गाड़ामोर, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से जौबन सर के उपस्थिति में एफएलएन कार्यशाला की शुरुआत हुई।
प्रथम दिवस मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ प्रारंभ हुआ एवं सरस्वती वंदना पुटपुरा हाई स्कूल प्राचार्य वर्मा सर जी द्वारा प्रस्तुति से हुई। मास्टर ट्रेनर भागीरथी वर्मा द्वारा एनसीएफ 2020 एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा फाउंडेशनल स्टेज 2022 पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 3-18 वर्ष आयु वाले बच्चों में बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान कौशलों विकसीत कर समग्र अनुभव दक्षताओं को स्थान मिले।
मास्टर ट्रेनर जितेंद्र कुमार चौहान द्वारा मौखिक भाषा का विकास जिसमें सुनना समझना प्रतिक्रिया देना आवाजों का संप्रेषण इन सभी बातों पर प्रकाश डाला गया और बताया गया की मौखिक भाषा से मानक भाषा की बेहतर पकड़ मजबूत कैसे हो, सोचने व तर्क करना, निष्कर्ष निकालना, पठन और लेखन क्षमता का आधार बनाना सभी बातो पर प्रकाश डाला गया।
मास्टर ट्रेनर राम प्रसाद साहू द्वारा डिकोडिंग का मतलब बताया कि डिकोडिंग का मतलब लिखित सामग्री को देखकर ध्वनि रूप से उच्चारित कर पाना, इसके लिए वर्णों और मात्राओं का समझ जरूरी है, अर्थात किसी वर्ण को देखकर ध्वनि से जोड़ पाना, वर्णों को मिलाकर शब्द बन पाना है। शिक्षक शांत कुमार पटेल ने लेखन कौशल के चार चरण बुनियादी लेखन, साझा लेखन, निर्देशित लेखन,और स्वतंत्र लेखन को विस्तृत रूप से बताया गया।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से जौबन सर द्वारा दक्षता प्राप्त करने के लिए मौखिक भाषा, डिकोडिंग लेखन, पठन, जिसमें कक्षा में बातचीत कविता, कहानी, खेलकूद द्वारा भाषा विकास, ध्वनि चेतना, शब्द ज्ञान, पर चर्चा किया गया। बुनियादी साक्षरता प्रशिक्षण एवं संख्या ज्ञान कार्यशाला में सभी शिक्षकों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। सभी तीनों जोन का बीईओ और बीआरसी तथा एसआरजी द्वारा निरंतर मानीटीरिंग की जा रही है।