बेमेतरा
![बच्चों को पढ़ाने बुनियादी दक्षता हासिल होना जरूरी- डीईओ बच्चों को पढ़ाने बुनियादी दक्षता हासिल होना जरूरी- डीईओ](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1718277530181.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 13 जून। जोन स्तरीय एफएलएन प्रशिक्षण तीन जोन में भिंभौरी, बेरला व देवरबीजा में प्रथम चरण का प्रशिक्षण 10 से 13 जून तक जारी रहेगा। सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी बेरला उइके व प्राचार्य महेंद्र कुमार वर्मा शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला भिंभौरी ने बताया कि प्रशिक्षण कक्षा पहली से तीसरी तक के सभी बच्चों में बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान को पूर्ण रूप से सिखने-सिखाने के लिए है, जिसके अंतर्गत भाषा शिक्षण, गणित शिक्षण, 4 ब्लॉक मॉडल पठन, लेखन मौखिक भाषा विकास, नवाजतन, विद्याप्रवेश, पुस्तकालय, बहुभाषा, जादुई पिटारा, ई-जादुई पिटारा आदि महत्वपूर्ण एवं उपयोगी विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी कमल कपूर बंजारे, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट प्राचार्य जेके घृतलहरे, बीआरसी बेरला खोमलाल साहू ने प्रशिक्षण की रुपरेखा, प्रशिक्षण की वास्तविक स्थिति, गुणवत्ता व इसकी उपयोगिता पर सीधे ही सभी शिक्षकों से बात की। बंजारे ने समस्त शिक्षकों को इस प्रशिक्षण का उपयोग अध्यपान के लिए करने निर्देशित किया। उन्होंने कक्षा तीसरी तक के सभी बच्चों को पढऩे-लिखने की बुनियादी दक्षता हासिल होना जरूरी बताया। प्राचार्य डाइट घृतलहरे ने भी प्रशिक्षण के उद्देश्य बच्चों को बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान के स्तर में सुधार करते हुए सर्वांगीण विकास करना है।
प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षक
पसीना पोछने मजबूर
भीषण गर्मी में राज्य शिक्षक प्रशिक्षण कार्यालय रायपुर द्वारा 10 जून से सहायक शिक्षकों को चार दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भीषण गर्मी को देखते हुए शिक्षक संगठन ने इसे आगे बढ़ाने ज्ञापन भी दिया था। बेमेतरा विकासखंड के अंतर्गत कन्या शाला बेमेतरा, बाबामोहतारा, दाढ़ी में विभिन्न संकुल के शिक्षकों का प्रशिक्षण हो रहा है। इस संबंध में शिक्षकों ने बताया कि गर्मी को देखते हुए कूलर की व्यवस्था की गई है किंतु अव्यवस्था के चलते वह ठंडकता भी नहीं दे रहा है। प्रशिक्षण में शिक्षक सिर्फ पसीना पोछ रहे हैं। अधिकारी राज्य कार्यालय का निर्देश बता कर अपनी असमर्थता जता रहे हैं। इसे लेकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षकों में काफी असंतोष है। उनका कहना है कि गर्मी में प्रशिक्षण समझ से परे है। मानसून आने में अभी काफी देर है।