राजनांदगांव
एलबी नगर में दर्जनभर बिना अनुमति बनाए जा रहे लाल ईंट, कलेक्टर ने कहा करेंगे कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 फरवरी। डोंगरगांव-डोंगरगढ़ विधानसभा के भीतरी इलाकों में कांग्रेस-भाजपा नेताओं की अंदरूनी सांठगांठ के बूते धड़ल्ले से दर्जनों अवैध ईंट भट्ठियां चल रही है। पर्यावरण को नुकसान होने के चलते कुछ शर्तों पर ही लाल ईंट निर्माण की मंजूरी प्रशासन से मिलती है। प्रशासन के निर्देशों की परवाह किए बगैर लाल ईंट की करीब दर्जनभर भट्ठियां लाल बहादुर नगर और चिचोला से सटे गांवों में चल रही है। बताया जा रहा है कि लाल ईंट निर्माण के लिए पर्यावरण विभाग के साथ-साथ खनिज विभाग से भी अनुमति लिए जाने का प्रावधान है। पिछले कुछ सालों में निर्माण कार्यों में फ्लाईऐश ईंटों को ही वैध माना गया है। मिट्टी से निर्मित होने वाले लाल ईंट पर रोक लगी हुई है।
बताया जा रहा है कि निर्माण कार्यों में शासन ने फ्लाईऐश ईंटों को ही उपयोग करने की हिदायत दी है। इसके बावजूद लाल बहादुर नगर और चिचोला के झिंझारी, कोहलाकसा, रामपुर, चिद्दो, खरखटोला, मेढ़ा, अछोली, भोथली, भंडारपुर, जामरी, बुढ़ानछापर, मुगलानी, खूबटोला, डिगोफाल में धडल्ले से लाल ईंट निर्माण की भट्ठियां सुलग रही है।
बताया जा रहा है कि कुछ खास रियायत के तहत निजी जरूरतों के लिए ही ईंट निर्माण किए जाने का प्रावधान है। व्यवसायिक उपयोग करने की बिल्कुल भी मंजूरी नहीं है। हालांकि खनिज विभाग इस मामले में परीक्षण के पश्चात निश्चित सीमा में लाल ईंट निर्माण की मंजूरी देने के लिए अधिकृत है।
बताया जा रहा है कि चिचोला और लालबहादुर नगर में चल रहे ईंट भट्ठे पूरी तरह से अवैध हैं। ज्यादातर ईंट भट्ठों में भाजपा और कांग्रेस नेताओं की मिलीभगत भी है। राजनीतिक सांठगांठ के चलते ईंट भट्ठियां खुलेआम संचालित की जा रही है।
इस संबंध में राजनांदगांव कलेक्टर टीके वर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि प्रतिबंध के बावजूद यदि ईंट भट्ठियां चल रही हंै तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि लाल ईंट निर्माण पूरी तरह से प्रतिबंधित है। खनिज विभाग को जांच के लिए निर्देशित करेंगे।