कोरिया
बरसों पुरानी मांग को मुख्यमंत्री ने किया पूरा, उनका तहेदिल से धन्यवाद- डॉ. महंत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 16 अगस्त। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की भूपेश सरकार में कितनी पैठ है, इसका अंदाजा तब हुआ, जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनके विधानसभा सक्ती को जिला बनाने की घोषणा के साथ उनके कार्यक्षेत्र कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ को भी जिला बनाने की घोषणा कर हर किसी को हैरान कर दिया। घोषणा के एक दिन पूर्व डॉ. महंत ने कहा था कि कल कुछ ऐसा होगा जो इतिहास बन जाएगा, वे अपने विधानसभा न जाकर कोरिया पहुंचे, जो कोरिया से उनके लगाव को प्रदर्शित कर रहा है, और 15 अगस्त को मनेन्द्रगढ़ जिला बन गया।
इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने बताया कि मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की काफी पुरानी मांग थी, ऐसा अवसर आया कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने मेरी बात को स्वीकार की, मंै उनका ह्रदय से आभार और धन्यवाद प्रेषित करता हूं। जब से मैं कोरिया आ रहा है, मुझे यहां के लोगों से बेहद प्यार है, अपनापन के साथ मुझे यहां के धरती से लगाव सा है। मुझे यहां के लोगों ने बहुत प्यार दिया भी है। मैं इसके विकास के लिए लगातार प्रयास करता हूं। कोरिया में दो जिले होने से विकास में तेजी आएगी और दोनों तेजी से आगे बढें़ग़े।
आजादी की 75वीं वर्षगांठ स्वतंत्रता दिवस पर मनेंद्रगढ़वासियों के लिए नई सौगात दे गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मनेद्रगढ़ क्षेत्रवासियों की वर्षो पुरानी मांग जिला गठन कर पूरी कर दी। इस घोषणा के साथ ही मनेंद्रगढ़ के लोगों ने होली और दीपावली एक साथ मनाई। मनेंद्रगढ़ जिले की घोषणा होने के साथ ही मनेद्रगढ़ शहर के लोगों ने रंग अबीर उड़ाकर होली खेलना शुरू कर दिया और पूरे शहर में ढोल नगाड़े के साथ एक दूसरे को रंगों में रंगते हुए होली मनाई, वहीं शाम ढलने पर लोगों के घरों के दहलीज पर दीये भी जलाये गये, जिससे ऐसा लगा कि दीपावली का पर्व मनाया जा रहा है।
गौरतलब है कि जब कोरिया जिला वर्ष 1998 में बनाया गया था, तब जिला मुख्यालय को लेकर मनेंद्रगढ़ शहर व बैकुंठपुर शहर के बीच करीब एक पखवाड़े से ज्यादा समय तक खींचतान चली थी। दोनों शहर के लोगों ने अपने समर्थन में शहर बंद कर जिला मुख्यालय की मांग की जाती रही, लेकिन तब स्व. डॉ. रामचंद्र सिंहदेव की पहल पर बैकुंठपुर को जिला मुख्यालय बनाने में अहम भूमिका निभाई थी और यहीं से मनेंद्रगढ वासियों के द्वारा मनेंद्रगढ़ जिला बनाने की मांग शुरू की और 21 वर्ष में यह अवसर आ गया, जब मुख्यमंत्री ने मनेंद्रगढ़ को जिला घोषित कर दिया। इसे बनाने में डॉ. चरणदास महंत सबसेे महत्वपूर्ण भूमिका में देखे गए।
घोषणा से पूर्व डॉ. महंत ने दे दिये थे संकेत
स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ मनाने की तैयारी जिले भर में चल रही थी। इस अवसर पर जिला स्तरीय मुख्य समारोह के लिए मुख्य अतिथि छग विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत पहुंचें, 14 अगस्त को डॉ महंत ने यह कहकर सबको हैरान कर दिया कि कल कुछ ऐसा होगा, जो इतिहास बन जाएगा। उनके कहे अनुसार मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की घोषणा 15 अगस्त के दिन मुख्यमंत्री ने की। डॉ. महंत का कोरिया से प्रेम कोई नया नहीं है, मनेन्द्रगढ़ जिले की घोषणा के तारतम्य में कोरिया में ध्वजारोहण के लिए वे स्वयं उपस्थित होकर मनेन्द्रगढ़ के जिले बनने की घोषणा पर गवाह बने।
डॉ. महंत के प्रयास से बना मनेंद्रगढ़ जिला
विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व संसद में कर चुके हंै और कोरिया जिले से डॉ. महंत का प्रारंभ से ही लगाव रहा है। इस दौरान मनेंद्रगढ़ जिला की मांग उठती रही। जिस पर सकारात्मक जवाब डॉ. महंत द्वारा शुरू से ही दिया जा रहा था और डॉ. चरण दास महंत के प्रयास से ही अंतत: मनेंद्रगढ जिला बन पाया। इसके लिए डॉ. चरणदास महंत ने मनेंद्रगढ़ क्षेत्र.वासियो ंकी उम्मीदों पर खरा उतरने का शुरू से ही प्रयास करते रहे और मुख्यमंत्री से मिलकर इस दिशा में सार्थक प्रयास किया, जिसका नतीजा यह रहा कि आखिरकार मनेंद्रगढ़ जिला बन पाया।
वहीं प्रदेश के जांजगीर चांपा जिले से सक्ती को जिला बनाने की दिशा में छग विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत का ही बड़ा योगदान रहा, वहां के वे विधायक भी है। जिसके कारण सक्ती नया जिले के रूप में अस्तित्व में आया।
मुख्यालय को लेकर खींचतान शुरू
15 अगस्त को मनेंद्रगढ़ जिला की घोषणा होने के साथ ही मुख्यालय बनाने को लेकर खींचतान घोषणा होने के साथ ही शुरू हो गयी। जानकारी के अनुसार 15 अगस्त को ही चिरमिरी के लोगों ने चिरमिरी को जिला मुख्यालय बनाने को लेकर लामबंद होना शुरू हो गये और इसके लिए चिरमिरी के लोगों द्वारा दूसरे दिन 16 अगस्त को बैठक आयोजित कर सर्व सम्मति से चिरमिरी को जिला मुख्यालय बनाने का प्रस्ताव पास किया। इस तरह अब मनेंद्रगढ़ जिला घोषणा के साथ ही जिला मुख्यालय के लिए संघर्ष शुरू हो गया है।
बैकुंठपुरवासियों को मायूसी
15 अगस्त को मनेंद्रगढ़ जिला बनाये जाने की घोषणा होने के साथ ही कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुरवासियों को मायूसी हुई, खासकर व्यापारी वर्ग को। मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने की घोषणा के साथ ही सोशल मीडिया में कई लोगों की प्रतिक्रिया देखने को मिली। स्थानीय व्यापारियों के मन में यह बात घर कर गई कि मनेंद्रगढ़ जिला बनने के बाद उनका व्यापार यहां प्रभावित होगा।