कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 29 अगस्त। मुख्यमंत्री की कुर्सी का घमासान के बीच कोरिया कांग्रेस में एकदम शांति छाई हुई है, जिले में तीन विधायकों में दो विधायक दिल्ली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ थे तो तीसरी विधायक अंबिका सिंहदेव अपने परिजन की बीमारी का हालचाल जानने कोलकाता में है। वहीं कांग्रेस कमेटी सहित जिले भर के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कुछ कहने को तैयार नहीं है।
कोरिया जिले में 15 अगस्त को नए जिले की घोषणा के बाद हर तहसील के लोगों में मनमुटाव के साथ एक दूसरे के प्रति भाईचारे की कमी देखी जा रही है, वहीं बीते 4-5 दिन से ढाई ढाई साल के फार्मूले को लेकर जारी खबरों ने दोनों समर्थकों के बीच और फासला बढ़ा दिया है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ कांग्रेस का एक गुट स्वास्थ्य मंत्री के कद के बढऩे से खुश है, बल्कि अन्य राजनैतिक दल भी सरगुजा संभाग की हैसियत बढऩे की संभावना को लेकर उत्साहित है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री के समर्थक सामने नहीं आ रहे है तो मुख्यमंत्री के समर्थक भी हर गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। बीते कुछ दिनों से ढाई ढाई साल के फार्मूले को लेकर मामला सामने आया है, हर कोई आगे क्या हुआ यह जानने के लिए आतुर है। इससे पहलेे बृहस्पत मामले के बाद जिला कांग्रेस में दो फाड़ देखे जा रहे है। हालात यह है कि कोरिया कांग्रेस कोई भी कुछ खुलकर नहीं बोल पा रहा है।
कोरिया से है जुड़ाव
सरगुजा राजपरिवार का कोरिया से जुड़ाव काफी पुराना है, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की माता देवेन्द्र कुमारी सन् 1980 में बैकुंठपुर विधानसभा से विधायक चुनी गई, उसके बाद हुए 1985 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के द्वारका गुप्ता से वो चुनाव हार गई, 1990 में हुए चुनाव में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का सामना पूर्व वित्त मंत्री डॉ रामचंद्र सिंहदेव से हुआ, जिसमे ंडॉ रामचंद्र सिंहदेव ने जीत दर्ज की, चंूकि स्वास्थ्य मंत्री की माता का विधानसभा क्षेत्र रहा है इसी कारण बैकुंठपुर में उनके समर्थकों की कोई कमी नहीं रही, समय समय पर श्री सिंहदेव कोरिया आया करते, उनका गर्मजोशी से स्वागत किया जाता। विधानसभा चुनाव पूर्व में उन्होनें जिले की तीेनों विधानसभा सीट पर जमकर पसीना बहाया, विधानसभा चुनाव में उनकी सभाओंं में काफी संख्या में लोग जुटते और उनके द्वारा बताए घोषणा पत्र की चर्चा हर कोई करते देखा जाता था।