कोरिया
एसपी से लगाई गुहार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 6 नवंबर। विवाह के एक माह बाद ही पति द्वारा मारपीट व दहेज प्रताडऩा को लेकर विवाहिता ने पुलिस मेें शिकायत प्रस्तुत की, लेकिन इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर पीडि़त विवाहिता ने पुलिस अधीक्षक कोरिया से मिलकर अपनी व्यथा बताई और शिकायत प्रस्तुत कर दहेज लोभी पति के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की।
इस संबंध में मिली शिकायत के अनुसार जिले के केल्हारी थानांतर्गत ग्राम सेमरिया निवासी कलावती साहू ने पुलिस अधीक्षक कोरिया को सौंपे अपने शिकायत में उल्लेख किया है कि उसका विवाह आशीष साहू से 6 दिसंबर 2020 को सामाजिक रीति रिवाज के साथ हुआ।
साथ ही यह भी उल्लेख किया गया कि उस दौरान कोविड के चलते लॉकडाउन के कारण मेरे माता-पिता घोर आर्थिक परेशानी के कारण पति द्वारा मांग की गयी दहेज की 5 लाख रूपये की राशि नहीं दे सके थे और शादी के एक माह पश्चात ही पति द्वारा दहेज में पांच लाख रूपये नहीं लाने की बात को लेकर प्रताडऩा के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया था और जान से मारने की धमकी भी आये दिन देता रहता है। दहेज में पांच लाख रूपये नहीं लाने पर मार कर फेंक देने की धमकी पति द्वारा दी जाती हैं।
इसी बीच 21 जून 2021 को पति द्वारा दहेज को लेकर बुरी तरह से मारपीट किया गया व जान से मारने की उतारू हो गया। जिसे बाद उसके द्वारा फोन कर अपने भाई को बुलाया और घटना की शिकायत केल्हारी थाने में की। शिकायत पर पूर्व थानेदार केल्हारी द्वारा न तो पति को ही समझाया और न ही उसके विरूद्ध किसी तरह की कानूनी कार्रवाई ही की गयी। जिसके बाद पीडि़ता ने पुलिस अधीक्षक कोरिया से मिलकर अपना हाल बताया और लिखित शिकायत करते हुए पति के विरूद्ध उचित कानूनी कार्रवाई किये जाने की मांग की।
विवाहिता के अनुसार शादी के बाद एक महिना ही बीता कि रात में पति द्वारा उसकी पीटाई शुरू कर दी जाती, पहले पहल तो मंैने इस बात का घर वालों को नहीं बताया, परन्तु बाद में वो जैसे चाहे लात से घूंसों से आए दिन पिटाई करने लगा, इतना बेरहमी से वो मरता था कि वो खड़े-खड़े गिर जाया करती थी, मारते समय उसके पति को यह ध्यान नहीं रहता कि वो उसे कहा मार रहे है, जिसके कारण उनका पूरा शरीर इन दिनों दर्द कर रहा है। अक्सर रात मे नशे में धुत्त होकर वो पीटाई किया करते थे।
नि:शुल्क कानूनी सहायता की मांग
इस घटना का प्रकरण सखी वन स्टाप सेंटर में आया। जिसमें यह ज्ञात हुआ कि विवाहिता का विवाह हुए अभी 10 माह ही हुए है। इसके पूर्व से ही विवाहिता के साथ पति द्वारा दहेज की मांग को लेकर प्रताडऩा के साथ शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। पीडि़त महिला अपने मामले में कानूनी कार्रवाई चाहती है और पति से भरण पोषण चाहती है। सखी वन सेंटर द्वारा संरक्षण अधिकारी महिला बाल विकास कोरिया से विधिक सेवा प्राधिकरण की मदद से नि:शुल्क अधिवक्ता सेवा की सेवा की मांग की, ताकि महिला के प्रकरण की सुनवाई नि:शुल्क हो सके।