कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, (कोरिया) 16 फरवरी। जनवरी व फरवरी में इस वर्ष कई बार मौसम में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। मौसम बदलाव के साथ ही बेमौसम बारिश भी जनवरी में होती रही और फरवरी में भी बेमौसम बारिश हुई। इसी तरह फिर बुधवार को मौसम में परिवर्तन देखने को मिला। आज सुबह हुई हल्की बारिश के बाद अब 20 तक आसमान में बादलों का डेरा होने की संभावना बताई जा रही है।
बुधवार के दिन सुबह से ही आसमान में हल्की बादल छाये रहे और दोपहर तक कभी धूप कभी छांव की स्थिति बनती रही और ज्यादातर समय तक आसमान में हल्की बादलों के बीच से सूर्य निकलता कभी छुपता रहा। बादलों के बीच कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में सुबह करीब 9 बजे हल्की रिमझिम हुई, इसके बाद थोड़ा धूप निकल गया, वहीं दोपहर तक आसमान में हल्के बादलों का डेरा जमा रहा।
जानकारी के अनुसार जिले भर में इसी तरह की स्थिति बनी रही। जिले के कई क्ष़ेत्रों में इस दिन हल्की बूंदाबांदी हुई। गत 16 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन के साथ ही माघ का महीना समाप्त हो गया और आज 17 फरवरी से फाल्गुन माह की शुरूआत हो जाएगी और इस समय तक मौसम में बदलाव होते रहे हंै और बे मौसम बारिश भी होती रही।
हालांकि, अभी कहीं पर भी तेज बारिश नहीं हुई। इस दौरान बारिश की भी जरूरत नहीं है। यदि इस दौरान कहीं बारिश होती है तो चना फसलों के साथ अन्य तरह की सब्जियों में कीट का प्रकोप बढ़ सकता है, वहीं रबी की प्रमुख फसल गेहूं के लिए अभी का बेमौसम बारिश नुकसान दायक नहीं है, बल्कि लाभदायक है। बार बार कुछ दिनों के अंतराल में मौसम में परिवर्तन के कारण ठण्ड में कमी नहीं आ रही है। अब ठण्ड विदाई की ओर है, लेकिन इस बीच मौसम में बदलाव हो जाता है जिस कारण विदा होती ठण्ड लौट आती है।
वर्तमान में दोपहर के समय धूप तीखी लगने लगी है, लेकिन सुबह व शाम के समय ठण्ड का असर बरकरार है, वहीं शाम ढलने के बाद रात्रि में अभी ज्यादा ठण्ड का असर है। इस दौरान यदि बारिश नहीं होती है तो ठीक अन्यथा बारिश हुई तो फिर से ठण्ड में कुछ तेजी आने की संभावना है, लेकिन जब आसमान पूरी तरह से साफ हो जायेगा और लगातार धूप खिलने लगेगी, तब दोपहर में धूप के असर के कारण ठण्ड का असर कम रहेगा। जिस तरह से इस वर्ष फरवरी में भी बार-बार मौसम में बदलाव आ रहा है, उसे देखते हुए अनुमान लगाया जा सका है कि चालू माह के अंतिम दिनों तक सुबह शाम ठण्ड का असर बना रहेगा। हालांकि इस दौरान होली पर्व तक हल्की ठण्ड का असर बना रहता है।