कोरिया
खडग़वां के बरदर स्टेडियम ग्राउंड में स्कूली बच्चों ने किया योग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 13 मार्च। प्रतिदिन योग करने से व्यक्ति के जीवन में रोग, शोक, क्षुद्रता, चिन्ता, तनाव, अवसाद, आत्मग्लानि, मोह व दरिद्रता आदि व्यक्ति की कमजोरियां समाप्त हो जाती है। ऐसे लोगों से युक्त समाज समतापूर्ण व प्रगतिशील होता है तथा राष्ट्र समृद्ध व समर्थ बन जाता है। अत: पूरा विश्व प्रात: उठकर प्रतिदिन योग करें ऐसा मेरा स्वप्न है।
उक्त बातें योग शिक्षक संजय गिरि ने शनिवार को खडग़वां विकासखण्ड के बरदर स्टेडियम ग्राउण्ड में प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला एवं हायर सेकण्डरी स्कूल बरदर के उपस्थित सैकड़ो विद्यार्थियों व शिक्षकों से योगाभ्यास के दौरान कही। इस दौरान योग शिक्षक श्री गिरि ने सुबह 8 बजे से 10 बजे तक ओउम व मंत्रों के उच्चारण का वैज्ञानिक महत्व बताते हुए सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, गौमुखासन, वक्रासन, योग मुद्रासन, शशकासन, त्रिकोणासन, पादहा तासन, भुजंगासन, शलभासन, मर्कटासन, पवनमुक्तासन के सरल अभ्यास कराये व उनके लाभ भी विस्तार से बताए । योग सत्र के अगले एक घंटे में प्राणायाम से होने वाले लाभ बताते हुए अभ्यास कराए जिसमें प्रमुख रूप से भ्रस्त्रिका, कपालभांति, बाह्य प्राणायाम उज्जाई प्राणायाम, अनुलोम- विलोम, उद्गीय व प्रश्न (ध्यान) प्राणायाम के विस्तार से अभ्यास कराए।
कार्यक्रम की शुरुआत में सर्वप्रथम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरदर के प्राचार्य आशीष नाग ने योग शिक्षक गिरि का पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वगत करते हुए कहा कि श्री गिरि नें योग के क्षेत्र में जिले ही नहीं बल्कि समूचे राज्य में एक सराहनीय स्थान बनाया है जिसका हम सबको गर्व है। हमारी कोशिश रहेगी कि इनका लाभ समूचे संकुल स्तर पर हम लगे। उन्होंने आगे कहा कि बच्चे अपने जीवन में खासकर परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव से योग- प्राणायाम से मुक्त हो सकते हैं। अत: सभी विद्यार्थी व शिक्षक नित्य ही अपने जीवन में योग उतारें।
इस दौरान प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला व हायर सेकण्डरी स्कूल के समस्त बच्चे व शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ के उच्चारण से किया गया।