कोरिया
विश्व वानिकी दिवस के दिन सीएम रखेंगे पार्क की नींव
25 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जीवाश्म को किया जाएगा संरक्षित, सीएम-विधायक का जताया आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 20 मार्च। मनेंद्रगढ़ में करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जीवाश्म की खोज की गई थी, कुछ वर्षों पूर्व क्षेत्र को संरक्षित कर दिया गया था, जिसको लेकर 14 मार्च को राज्य वन विभाग ने बताया कि एशिया का सबसे बड़ा और छत्तीसगढ़ का पहला समुद्री फॉसिल्स पार्क कोरिया जि़ले के मनेंद्रगढ़ में बनाया जाएगा, जिसका शुभारंभ 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल इस पार्क की नींव रखेंगे।
इस पार्क को मेरिन फॉसिल्स पार्क नाम दिया गया है। प्रस्तावित पार्क आमाखेरवा इलाके में हसदेव और हसिया नदी के संगम पर लगभग 1 किमी. क्षेत्र में विकसित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि आमाखेरवा में समुद्री फॉसिल्स होने की जानकारी वर्ष 2012 में मिली थी। वर्ष 2015 में बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलियोबॉटनी, लखनऊ के विशेषज्ञों ने यहाँ 25 करोड़ साल पुराने समुद्री फॉसिल्स की पुष्टि की थी।
वन विभाग द्वारा 2015 में ही फॉसिल्स वाले हिस्सों की घेराबंदी कर हेरिटेज के रूप में विकसित कर दिया गया था। आमाखेरवा क्षेत्र में हसदेव नदी के बीच करीब एक किमी का क्षेत्र है, जो बड़ी मात्रा में समुद्री जीवों और वनस्पतियों के जीवाश्म से भरा हुआ है। यहाँ बाइवाल्व मोलस्का, युरीडेस्मा और एवीक्युलोपेक्टेन आदि समुद्री जीवों के जीवाश्म मौजूद हैं। इनके अलावा पेलेसिपोड्स, गैस्ट्रोपोड्स, ब्रेकियोपोड्स, ब्रायोजोअन्स और क्रिएनड्स प्रजाति के जीव भी हैं।
विश्व स्तर पर मनेंद्रगढ़ का नाम विख्यात करने के लिए राज्य के मुखिया भूपेश बघेल के साथ क्षेत्र के विधायक डॉ. विनय जयसवाल का क्षेत्र की जनता ने आभार प्रकट करते हुए उनको धन्यवाद दिया है।