कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 22 मार्च। वन कर्मियों के साथ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक भी अपनी विभिन्न मॉगों को लेकर आंदोलन का रूख अख्तियार कर लिया और सोमवार से ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक भी अनिश्चितकालीन हडताल पर चले गये, इससे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाहल हों गयी।
जानकारी के अनुसार ग्रामीणों को अपनी क्षेत्र में उप स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा का लाभ भी नहीं मिल रहा है क्योकि सभी स्वास्थ्यकर्मी हडताल पर चले गये है। सबसे ज्यादा परेशानी डिलीवरी के लिए हो रही है। इसके अलावा बीमार लोगों को भी भारी परेशानी स्वास्थ्य कर्मियों के हडताल पर चले जाने पर हो रही है।
ग्रामीणों को ऐसी स्थिति में जिला चिकित्सालय की दौड लगानी पड रही है। जबकि जिला मुख्यालय कई ग्रामीण क्षेत्रों से काफी दूरी में है। जानकारी के अनुसार गत 21 मार्च से ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक अपनी मॉगों को लेकर अनिश्चित कालीन धरने पर चले गये। जिसका सबसे असर ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर बुरा असर पडा है। ग्रामीणों को अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएॅ नहीं मिल पा रही है, जिससे कि ग्रामीणों को चिकित्सा सेवा के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियेां द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था दुरूस्त नही कर पा रहे है। ग्रमीण क्षेत्रों में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्रों में ताले लटक गये है तथा कई जगहों पर चपरासी के भरोसे अस्पताल तो खोला जा रहा है, लेकिन वहॉ कोई स्वास्थ्य कर्मी नजर नहीं आता। ऐसे में उप स्वास्थ्य केंद्र किसी काम का नहीं है। ग्रामीण क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को इससे बडी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
वैक्सीनेशन भी प्रभावित
सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य प्राथमिकता के साथ कराया जा रहा है, लेकिन ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों के हड़ताल पर चले जाने पर वैक्सीनेशन पर भी इसका बड़ा असर हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण का कार्य लगभग बंद हो गया है। वहीं हाल के दिनों से 12 वर्ष व इसके उपर आयु के बच्चों ंको कोरोना का वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया गया। स्कूलों में टीकाकरण का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन स्वास्थ्य संयोजकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण बच्चों का टीकाकरण का कार्य भी नहीं हो पा रहा है। इस तरह ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों के हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएॅ जिले में चरमरा गयी हैं कई महत्वपूर्ण अभियान का कार्य प्रभावित हो रहा है।