कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 27 मार्च। शासकीय लाहिड़ी स्नातकोत्तर महाविद्यालय चिरमिरी के राजनीति शास्त्र विभाग, समाजशास्त्र विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में शहीद दिवस पर व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। भारत के अमर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस के अवसर पर उनके बलिदान और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को याद करने के लिए उक्त आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. आरती तिवारी ने कहा कि आज का दिन उन अमर शहीदों को याद करने का है जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपना प्राणोत्सर्ग कर दिया था। शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव का अमर बलिदान यह देश युगों युगों तक याद रखेगा। आजादी की लड़ाई में भगत सिंह युवाओं की आवाज बनकर उभरे थे, जिन्होंने क्रातिकारी कार्यों के माध्यम से ब्रिटिश हुकूमत के सामने कड़ी चुनौती रखी थी। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी और हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. राम किंकर पाण्डेय ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन तीनों को तय वक्त से एक दिन पहले ही फांसी दे दी गई थी। ब्रितानी हुकूमत इनके शौर्य से कांपती थी।
विशिष्ट अतिथि के रूप में अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. रजनी सेठिया ने कहा कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की त्रयी ने क्रांतिकारी आंदोलन की जो मशाल प्रज्ज्वलित की वह महत्वपूर्ण थी।
इससे पहले कार्यक्रम का संयोजन और संचालन करते हुए राजनीति शास्त्र विभाग के डॉ.उमाशंकर मिश्रा ने प्रस्तावना रखते हुए कहा कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की जीवनी प्रत्येक युवा को पढऩी चाहिए और उससे प्रेरणा लेना चाहिए।
कार्यक्रम में प्रिंस कुमार सिंह, ज्योतर्मय तिवारी, कुंदन और विद्यासागर राउत ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर अनुराधा सहारिया, विकास खटिक,विजय बघेल, भागवत प्रसाद जांगड़े, गिरीश दास सहित सैकडों छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।