कोरिया
मौसम अनूकुल न होने के बाद भी लगे हैं कई फलदार पौधे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 29 मार्च। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के निकट एनएच 43 मुख्य मार्ग से थोडी दूरी पर स्थित डेरा सच्चा सौदा आश्रम क्षेत्र में फलदार पेड, पौधो, फूलों एवं सब्जियों की खेती के लिए क्ष़ेत्र में अपनी पहचान बना ली है। यहां दूर दूर से लोग बगीचे को देखने के लिए पहुंचते है तथा फलों की खरीदी भी करने के लिए आते है। वर्तमान में यहां चीकू का फल बहुतायत में निकल रहा है।
जानकारी के अनुसार डेरा सच्चा सौदा आश्रम में सेवादारों के द्वारा विभिन्न तरह के फलदार पौधों का रोपण किया गया है। जिनमें से ऐसे पेड पौधे लगे है और उनमें प्रतिवर्ष फलों की बंपर पैदावार होती है। जिनके बारे में कहा जाता है कि उसके लिए यहां का मौसम अनूकुल नहीं है। जिले में चीकू की बड़े पैमाने पर उपज कही और नहीं होती लेकिन डेरा सच्चा सौदा आश्रम में भारी संख्या में चीकू के पेड़ पर लगे हुए है जिनमें बडी मात्रा में चीकू वर्तमान समय में निकल रहा है। जिसे डेरा सच्चा सौदा आश्रम के पास स्थित कैटिंन के पास विक्रय प्रतिदिन किया जाता है। इसके अलावा यहां कई तरह के फल के पौधे लगे हुए है। मौसम बदलाव के बाद भी चीकू के उत्पादन में किसी प्रकार का प्रभाव नही दिखाई देता हर वर्ष यहां भारी मात्रा में चीकू निकलता है। इसके अलावा डेरा सच्चा सौदा आश्रम खाडा में कई तरह के मौसम सब्जियों का भी उत्पादन किया जाता है। यहॉ के सेवादारों के अथक परिश्रम के कारण यहां की भूमि में फल के साथ सब्जियां भी विभिन्न प्रकार की उगाई जाती है।
गोबर की खाद और गौमूत्र का उपयोग
डेरा सच्चा सौदा आश्रम में फलों व सब्जियों के उत्पादन में किसी प्रकार का रसायनिक खाद का बिल्कुल भी उपयोग नहीं किया जाता है। सेवादारों ने बताया कि हमारे द्वारा सब्जियों के उत्पादन व फलों के लिए सिर्फ गोबर खाद का उपयोग किया जाता है इसके अलावा गौ मूत्र का उपयोग भी किया जाता है। उन्होनें बताया कि यहां शुरू से लेकर अब तक कभी भी रासायनिक खाद का उपयोग नहीं किया गया है। जब वर्तमान समय में ज्यादा से ज्यादा रासायनिक खाद का उपयोग हो रहा है ऐसे में यहां गौबर खाद व गौ मूत्र का उपयोग कर बंपर खेती की जा रही है जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाला नही होता।