कोरिया

कई संघ बैठे हड़ताल पर, स्वास्थ्य के साथ जिले भर का कामकाज ठप
12-Apr-2022 3:01 PM
कई संघ बैठे हड़ताल पर, स्वास्थ्य के साथ जिले भर का कामकाज ठप

इमरजेंसी सुविधाओं के साथ कामकाज नहीं रूक रहा-सीएस

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 12 अपै्रल। 
कोरिया जिले में कई संघ हड़ताल पर चले गये हैं, जिसके कारण विभिन्न विभागों में विभागीय कामकाज ठप हो गया है, वहीं जिला अस्पताल में साफ-सफाई के प्रभावित होने से चारों ओर दुर्गंध व्याप्त है। लोग मुंह ढक कर अस्पताल के अंदर आ जा रहे हैं। दूसरी ओर तीन दिवसीय अवकाश पर जाने से तय है कि आने वाले 17 अप्रैल तक कोई काम नहीं होना है। वहीं मनरेगा संघ ने विशाल रैली की तो लिपिक संघ भी हड़ताल पर चला गया, इसके पूर्व 22 दिन से वनकर्मी हड़ताल पर बैठे हुए हंै।

जिला अस्पताल के सीएस केएल धु्रव का कहना है कि कुछ हद तो जिला अस्पताल प्रभावित होगा ही, परन्तु इमरजेंसी सेवा जारी है, साफ सफाई के लिए नगर पालिका को कहा गया था, उनके द्वारा सफाई का काम देखा जा रहा है।
 बीते 11 अपै्रल से प्रदेश स्वास्थ्य कर्मी संघ के आव्हान पर कोरिया जिले के स्वास्थ्य कर्मियों ने भी तीन दिवसीय सामुहिक अवकाश पर चले गये। तेरह अपै्रल तक जिले के सभी स्तर के स्वास्थ्यकर्मी अपनी मांगों को लेकर सामूहिक रूप से अवकाश पर रहेंगे, जिससे सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था चरमरा गयी है।

सामूहिक अवकाश के पहले दिन ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्रों सहित जिला अस्पताल में मरीजों को आवश्यक सुविधाओं के लिए तरसना पड़ा। जिला अस्पताल में ही प्रतिदिन बड़ी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों के मरीज आते है, ऐसेे में एक्सरे से लेकर विभिन्न प्रकार की जांच कार्य प्रभावित हो चुका है। विभाग द्वारा थोक में स्वास्थ्य कर्मियों के हडताल पर जाने के कारण किसी तरह की वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में  पसीने छूट रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी हर शिफ्ट में होने वाली साफ सफाई को लेकर है। जिला अस्पताल में मिलने वाले भोजन को मरीज और उनके परिजन यहां वहां फेंक दिया करते है, वही गर्मी के कारण कई स्थानों पर भोजन सड़ चुका है, जिसके कारण दुर्गंध फैल रही है।

मनरेगा कर्मियों की विशाल बाईक रैली
छग मनरेगा महासंघ के आह्वान पर जिले भर के मनरेगा अधिकारी व कर्मचारियों के द्वारा 11 अपै्रल को शहर में विशाल बाईक रैली निकाली गई, जिसमें शामिल होने के लिए जिले भर के कर्मी पहुंचे।
जानकारी के अनुसार अनिश्चित कालीन हड़ताल पर  बीते  4 अपै्रल से बैठे मनरेगा कर्मियों के लिए अपनी दो सू़त्रीय मांगों को लेकर जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के धरना स्थल प्रेमाबाग प्रांगण से दोपहर के समय विशाल बाईक रैली निकाली, जो शहर के से होते हुए कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची ओर मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर कोरिया को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।

मनरेगा कर्मियों की मांगों का आम आदमी पार्टी, भाजपा सहित  विभिन्न विभागों के संगठनों के द्वारा अपना समर्थन दिया गया। इधर, मनरेगा कर्मियों की हड़ताल से जिले भर के पंचायतों में मनरेगा के कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो गये  है पंचायतों में मनरेगा के तहत कोई भी कार्य नहीं हो रहा है। पंजीकृत मजदूरों को  अपने क्षेत्र में काम नही मिलने के कारण अब वे काम की तलाश में गॉव छोडकर पलायन करना भी शुरू कर दिये है।

लिपिक संघ भी हडताल पर
कोरिया जिले में 11 अपै्रल से 13 अपै्रल तक लिपिक संघ भी मांगों को लेकर सांकेतिक हड़ताल पर चले गये है। इसके बाद भी सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती है तेा आने वाले दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की चेतावनी दी गयी है।
जानकारी के अनुसार लिपिक संघ द्वारा महंगाई भत्ता सहित अन्य मांगों को लेकर 11 अपै्रल से हड़ताल पर चले गये है जो 13 अपै्रल तक हड़ताल पर रहेंगे लेकिन इसके बाद रविवार तक अवकाश मिल जा रहा है। इस तरह जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों में लिपिकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण विभागीय काम प्रभावित हुआ है। तहसील कार्यालय में राजस्व संबंधी मामलों से लेकर जिला कलेक्ट्रेड की विभिन्न शाखाओं में लिपिको के हडताल के कारण सन्नाटा पसरा रहा। सभी विभागों के विभागीय कार्य ठप पड़ गये और लोगों को अपने काम कराने के लिए भटकना पड रहा था और लिपिकों के नही होने के कारण लेागों के काम भी नही हुए। वही लिपिको ंके हडताल पर चले जाने के कारण कई विभागों के अधिकारी कर्मचारियो के वेतन भी आगामी दिनों तक लटक गये हैं।

वन कर्मी 22वें दिन लगातार हड़ताल पर
वन कर्मियों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर सबसे पहले हडताल की शुरूआत की गयी। जिले भर के  वन कर्मी विगत  21 मार्च से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल रहे है जिसके कारण विभागीय काम पेंडिंग हो गया है, वहीं इस दौरान सबसे महत्वपूर्ण जंगलों में लाग लगने पर बुझाने के लिए विभाग के पास कर्मी ही नहीं है। गिनती के फायर वाचरों व चौकीदारों के भरोसे जंगल की सुरक्षा है जो कि पर्याप्त नहीं है। फायर वाचरों के पास सुविधा नहीं  है जिस कारण जंगलों की आग बुझाने में दिक्कत हो रही है। वहीं गर्मी के इस सीजन में लगातार किसी न किसी क्षेत्र के जंगलों में रेाज दिन आग लगने की घटना हो रही है वहीं जिले में स्थित गुरू घासीदस नेशनल पार्क के कई जगहों पर आग लग रही है जिससे कि वनों को भारी नुकसान पहुंच रहा है इसके अलावा वन्य प्राणियों को भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
 

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