कोरिया

चेक क्लोनिंग कर निकाले सवा करोड़, 6 गिरफ्त में, 2 की तलाश
21-Apr-2022 9:00 PM
चेक क्लोनिंग कर निकाले सवा करोड़,  6 गिरफ्त में,  2 की तलाश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 21 अप्रैल।
कोरिया जिले के कलेक्टर कार्यालय के नजरात शाखा से 1 करोड़  29 लाख के 21 चेक की क्लोनिंग कर राशि निकाले जाने के मामले में कोरिया पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। दो आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर महाराष्ट्र से पुलिस लेकर आई है, जबकि 4 आरोपियों को पुलिस  लेकर आ रही है, वहीं मुख्य दो आरोपियों की तलाश जारी है।

मामले में 29 लाख रुपए कलेक्टर कुलदीप शर्मा की तत्परता से स्टेट बैंक ने रिकवर कर लिए थे। बेहद शातिराना अंदाज में साइबर क्राइम करने वाले आरोपियों ने दिल्ली में खाता खोला, मुम्बई में चेक जमा किया और पटना में पैसा निकाले। एसपी ने कहा कि मेरे अब तक के कार्यकाल में ऐसा साइबर क्राइम का यह पहला मामला है।

तीन टीमें की रवाना

13 अप्रैल 2022 को चेकों की क्लोनिंग करके 1 करोड़ 29 लाख रू निकाले जाने को मामला सामने आया था। गुरुवार को कोरिया पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने प्रेस कांफं्रेस कर मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जैसे ही मामले की जानकारी हुई, सरकारी खजाने में सेंधमारी कर सवा करोड़ निकालने के मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए 4 टीमें गठित की गई, जिसमें बैकुंठपुर टीआई अश्विनी सिंह को मुम्बई, मनेन्द्रगढ़ टीआई सचिन सिंह को दिल्ली गुडग़ांव, पटना टीआई सौरभ द्विवेदी को बिहार पटना के नेतृत्व में टीमें रवाना की गई। चूकि मामला कोर बैंकिंग के जरिए क्राइम का था, इसलिए हमारी साइबर क्राइम टीम ने विभिन्न मोबाइल नंबरों और लोकेशन को ट्रेस करने का काम किया।

कोर बैंकिंग के जरिए चेक हुए क्लीयर
इस अपराध में शामिल आरोपियों ने 21 फर्जी चेकों को मुम्बई के विभिन्न बैंक की शाखाओं में कोर बैंकिंग के जरिए महाराष्ट्र के उल्हासनगर निवासी अतीश गायकवाड़, अक्षर पवेलियन तथा गुडग़ांव निवासी दिवान सिंह के खाते में 1 करोड़ से ज्यादा राशि कूचरचना कर आहरण कर लिया। जिसके बाद लोकेशन, खाता नंबर के आधार पर खाता धारक अतीश सुभाष गायकवाड़, आदित्य नंदू गायकवाड़ और तुषार प्रकाश साल्वे को अपराध में प्रमाणित रूप से शामिल पाया गया। जिसके बाद महाराष्ट्र के ठाणे जाकर अतीश सुभाष गायकवाड़, आदित्य नंदू गायकवाड़ को हिरासत में ले लिया गया। आरोपियों से ढाई लाख की बाइक भी जब्त की। अपराध में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद किया।

डीडीओ पॉवर के हस्तांतरण का उठाया फायदा
एसपी ने बताया कि साइबर क्राइम के इस मामले में आरोपियों ने बड़े शातिराना अंदाज में करोड़ों रूपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए, कोर बंैकिंग होने के कारण अधिकारियों के हस्ताक्षर उन्होंने आसानी से हैक कर ले लिए। जब किसी अधिकारी का स्थानांतरण होता है, उस समय डीडीओ पॉवर एक्सचेंज होता है, हस्ताक्षर में परिवर्तन किया जाता है, तो आरोपियों ने स्थानांतरित हो चुके अधिकारी के हस्ताक्षर का फायदा उठाया। जिस तरह से चेकों को क्लोन किया, फर्जी चेक जो है वो ओरिजनल चेक को मात दे रहा है।

हर लोकेशन पर पहुंची पुलिस
एसपी ने बताया कि आरोपियों की पतासाजी करने गई पुलिस आरोपियों के हर लोकेशन पर पहुंची। आरोपियों की गर्ल फें्रडस का पता चला और पुलिस उनके घर तक पहुंच कर उनसे पूछताछ की, जिससे आरोपियों तक पहुंचने में काफी मदद मिली। इसके अलावा आरोपियों ने सोना-चांदी की खरीदी की, पुलिस ने सब कुछ खंगाल लिया, पुलिस उस दुकान तक पहुंच गई और उनकी खरीदी की पूरी जानकारी हाथ लग गई।

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