कोरिया

सोलर पंप लगवाने के नाम पर पैसा लेने का आरोप
22-Apr-2022 4:32 PM
सोलर पंप लगवाने के नाम पर पैसा लेने का आरोप

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर  (कोरिया), 22 अप्रैल।
सोलर पंप लगवाने के नाम पर आरएईओ पर पैसा लेने का आरोप ग्रामीण ने लगाया है। परेशान ग्रामीण अब कलेक्टर से आरएईओ को उसको बचे पैसे दिलाने और उस पर कार्यवाही की मांग कर रहा है।
आरोप है कि कोरिया जिले के कृषि विभाग के आरएईओ द्वारा एक ग्रामीण से सोलर पंप लगवाने के नाम पर ड्राफ्ट बनवाने के लिए 7500 रुपए ले लिए, न तो ड्रॉफ्ट बना और ना सोलर पंप लगा, ग्रामीण कृषि विभाग से लेकर क्रेडा विभाग के चक्कर लगाता रहा, आरएईओ को ढूंढने उसने कई बार उसके कार्यालय भी गया, बड़ी मुश्किल से आरएईओ पकड़ में आया तो ड्राफ्ट की फोटोकापी दिया, परन्तु बची राशि 4500 हजार अब तक नहीं दिया है।

जानकारी के अनुसार रावतसरई के आश्रित ग्राम बेलार्ड निवासी जगजीवन सिंह अपने पिता राम सिंह के नाम पर सोलर पंप लगवाना चाहता था, उसने क्षेत्र के कृषि विभाग के आरएईओ से संपर्क किया। आरएईओ ने कहा कि वो उसका सोलर पंप लगा देगा, उसके लिए उसे 7500रू देना होगा, जिसका ड्रॉफ्ट बनवा कर क्रेडा विभाग को देना होगा, जिस पर जगजीवन ने राशि उसे दे दी, जनवरी 2021 में दी राशि के बाद आरएईओ गायब हो गया, कभी लटमा तो कभी घुघरा आने की सूचना मिलने पर जगजीवन उससे मिलने पहुंचता, उससे सोलर नहीं लगने की जानकारी देता, थक-हारकर उसने खुद बैकुंठपुर जाकर मामले का पता लगाना ठीक समझा, जब वो उप संचालक कृषि विभाग बैकुंठपुर पहुंचा तो उसे पता चला उसके पिता के नाम पर सोलर पंप का कोई भी प्रकरण जमा नहीं हुआ है।

विभाग ने बताया कि क्रेडा विभाग में पता कर लिजीए शायद वहां प्रकरण जमा हो, ऐसे में ग्रामीण जगजीवन सिंह क्रेडा विभाग गया, यहां भी काफी खोजबीन के बाद उसके पिता के नाम का प्रकरण नहीं मिला, ऐसी खोज करते उसका एक वर्ष बीत गया। इन दिनों गांव में जिन्होंने इसके बाद सोलर पंप की मांग की उसका पंप लगता गया, जगजीवन सिंह अब फिर बैकुंठपुर आए और कैसे पंप लगेगा इसकी जानकारी ली, तो उन्हें बताया कि नए सिरे से सोलर पंप का आवेदन करना होगा, जिसके बाद उन्होने नया आवेदन किया, परन्तु आवेदन में 3 हजार रू का ड्राफ्ट लगाया जाना है, इस बार उन्होने आरएईओ को ढंूढ निकाला और उससे अपने ड्राफ्ट की मांग की, जिस पर उसने बनाए गए ड्राफ्ट की फोटोकापी प्रदान की, एक साल पूर्व बने ड्राफ्ट मे डली दिनांक को काटकर वर्तमान की दिनंाक डाल उसके द्वारा जगजीवन सिह को दे दिया, परन्तु बची राशि वापस नहीं की, जबकि राशि की मांग भी की गई।

जगजीवन ने 20 अप्रैल 2022 को उक्त फोटोकापी के साथ नए सिरे से आवेदन किया है। वहीं एक साल से अघिक समय तक आरएईओ से परेशान होने के कारण अब वो उस पर कार्यवाही के साथ बची राशि भी वापस चाहता है।
 

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