कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 24 अप्रैल। नियमितीकरण एवं अन्य मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए मनरेगा कर्मियों ने मनेंद्रगढ़ में जल सत्याग्रह किया। हड़ताली कर्मचारियों ने हसदेव गंगा में उतरकर अपनी मांगों के संबंध में राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मनरेगा कर्मी पिछले 4 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। हड़ताल पर गए कर्मचारी तहसील कार्यालय के समीप टेंट लगाकर धरना पर बैठे हुए हैं। हड़ताल अवधि में अपनी मांगों के प्रति सरकार का ध्यानाकर्षि कराने कर्मचारी तरह-तरह के आंदोलन भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को हड़ताली कर्मचारियों ने मनेंद्रगढ़ के हसदेव गंगा में जल सत्याग्रह किया। जल सत्याग्रह के दौरान कर्मचारी नदी के पानी में उतर गए और मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जल सत्याग्रह कर रहे मनरेगा कर्मियों ने कहा कि सरकार शीघ्र अपने चुनावी जन घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण करे तथा नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू करे।
हड़ताली कर्मचारियों ने कहा कि सरकार की बेरूखी से पिछले 20 दिनों से जारी आंदोलन से उनका विश्वास डिगा नहीं है, बल्कि दिन-प्रतिदिन नई ऊर्जा के साथ वे अपनी मांगों को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। कर्मचारियों ने शीघ्र मांगें पूर्ण नहीं होने पर आंदोलन की धार और तेज करनी की बात कही।