कोरिया
जांच टीम पहुंची बेलार्ड, ग्रामीण ने पैसे लेने की बात का दर्ज कराया बयान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 24 अप्रैल। ‘छत्तीसगढ़’ की खबर का एक बार फिर असर हुआ है। खबर के प्रकाशन के बाद कलेक्टर ने जांच टीम भेज दी, इसकी जानकारी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी को लग गई, पैसे वापस करने वो जांच टीम के पहले हितग्राही के घर पहुंच गया, हितग्राही घर पर नहीं मिला तो उसे फोन करके पैसे वापस करने की बात कही, जिस पर हितग्राही ने कहा कि उसे पैसे नहीं चाहिए, तो उसने उसके घर पैसे रखकर जाने को कहा, जिस पर हितग्राही ने साफ इंकार कर दिया और अपने घर वालो को भी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से पैसे नहीं लेने का कहा। जिसके कुछ देर बाद जांच टीम हितग्राही के घर पहुंची, टीम के साथ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भी साथ आया, हितग्राही ने जांच अधिकारियों के सामने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा ली राशि की जानकारी लिखित बयान में दी।
अब देखना है उक्त ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के खिलाफ प्रशासन किस तरह की कार्यवाही करता है। ‘छत्तीसगढ़’ की खबर के बाद कलेक्टर के निर्देश पर अधिकारी आनन फानन में गॉव पहुॅच कर स्थिति का जायजा लिया गया।
पहुंचा पैसे लौटाने, पर मिली निराशा
ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी को इस बात की भनक लग गयी कि उसके खिलाफ जांच टीम बेलार्ड पहुंचने वाली है, जिससे वो जांच टीम के पहले गांव पहुंच गया, हितग्राही जगजीवन सिंह के घर गया तो पता चला वो घर पर नहीं है, जिसके बाद उसने कॉल कर संपर्क किया, जिस पर जगजीवन सिंह ने उसे बताया कि वो पटना बाजार करने आया है, तो ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी ने कहा वो पैसे लौटाने आया है, जिस पर जगजीवन सिंह ने राशि लेने से इंकार कर दिया तो उसने कहा कि वो उसके घर वालो का पैसा देकर जा रहा है, जिस पर जगजीवन सिंह ने साफ इंकार कर दिया और घर वालों का भी फोन करके ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से पैसे लेने से मना कर दिया, जिससेे वो निराश होकर लौट गया।
जांच टीम पहुंची गांव
खबर के प्रकाशन के बाद कलेक्टर के निर्देश पर बनी टीम बेलार्ड पहुंची, उससे पूर्व जगजीवन सिंह के घर से निराश लौट चुके ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भी साथ था। अधिकारियों ने जगजीवन सिंह का बयान लिया, जगजीवन सिंह ने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के सामने अपना बयान दर्ज कराया और बातया कि कितनी राशि किस दिन और कितने समय से उसके द्वारा ली गई है। जांच टीम ने जगजीवन सिंह का बयान दर्ज किया। अब देखना है कि मामले मे प्रशासन ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पर किस तरह की कार्यवाही करता है, बताया जा रहा है कि क्षेत्र में जगजीवन जैसे दर्जनों हितग्राही है जो इस तरह से परेशान है।
एक वर्ष पूर्व का मामला,
जानकारी के अनुसार सोनहत जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत रावतसरई के आश्रित वनांचल ग्राम बेलार्ड निवासी जगजीवन सिंह अपने पिता राम सिंह के नाम से सोलर पंप लगाने के लिए क्षेत्र के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क किया। जिस पर उन्होने कहा कि सोलर पंप लग जायेगा इसके लिए 7500 रूपये डिडी बनवाने के लिए देना पडेगा। फरवरी 2021 में जगजीवन सिंह ने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी को मॉगी गयी रकम दे दी गयी इसके महीनों बाद भी जब ग्रामीण का संोलर पंप नही लगा तब उक्त ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से संपर्क करता है कभी लटमा कभी घुघरा तो कही और मिलने की बात करते हुए मुलाकात करने के लिए पीडीत ग्राम को घुमाता रहा। जब लंबा समय बीत गया तब पीडित के द्वारा कृषि विभाग से संपर्क कर सोलर पंप लगने की स्थिति की जानकारी चाही गयी तो उसे बताया गया कि उसके पिता के नाम से सोलर पंप के लिए कोई प्रकरण नहीं आया है।