कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 2 मई। अपने 2 बच्चों के साथ राशन के लिए दर-दर की ठोकरें खाने वाली महिला के नाम पर राशन कार्ड जारी होने के बाद भी 15 माह तक बिना उसकी जानकारी और हस्ताक्षर के उचित मूल्य दुकान से राशन का उठाव किया जाता रहा। मामले का खुलासा होने के बाद अब सोसायटी संचालक व उसके शुभचिंतकों के द्वारा महिला पर समझौते के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
विकासखंड मनेंद्रगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत चनवारीडांड निवासी महिला रेशमा पिता अकबर ने एसडीएम मनेंद्रगढ़ एवं सरपंच व सचिव को लिखित में सोसायटी संचालक के द्वारा उसे राशन नहीं दिए जाने व उसके हस्ताक्षर के बिना पिछले 15 माह का राशन निकाले जाने की शिकायत की है।
महिला ने 25 अप्रैल को की गई अपनी शिकायत में कहा कि उसका राशन कार्ड क्र. 223848538689 है जो कि 31 अक्टूबर 2020 से बना हुआ है, जिसकी उसे जानकारी नहीं थी।
उसने कहा कि वह जब भी सोसायटी जाती, तब सोसायटी ग्राम वन समिति चनवारीडांड के संचालक जितेंद्र तिवारी के द्वारा उसे कहा जाता कि अभी तुम्हारा राशन कार्ड नहीं बना है और यह कहकर वहां से भगा दिया जाता था। यही नहीं महिला ने सोसायटी संचालक पर यह भी आरोप लगाया कि उसके द्वारा हमेशा उससे यह कहा जाता कि कुछ खर्चा-पानी दो तो मैं तुम्हारा राशन कार्ड बनवा दूंगा।
महिला ने कहा कि जबकि उसका राशन आता था, लेकिन संचालक के द्वारा उसे नहीं बताया गया। उसने कहा कि उसके नाम पर जारी राशन कार्ड से पिछले 15 महीनों से राशन निकाला जा रहा है जिसकी जानकारी उसे स्टेटमेंट के माध्यम से हुई है। महिला शिकायतकर्ता ने उसे पूरे माह का राशन दिलाए जाने और सोसायटी संचालक पर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है, ताकि वह आगे और किसी के साथ राशन की हेराफेरी न कर सके।
पंचायत भवन से राशन कार्ड जारी होने की मिली जानकारी
शिकायतकर्ता महिला रेशमा ने बताया कि एक सप्ताह पहले नया राशन कार्ड बनवाने के लिए चनवारीडांड स्थित पंचायत भवन गई हुई थी, जहां उसने वहां उपस्थित कर्मचारी को बताया कि उसके द्वारा वर्ष 2020 में भी राशन कार्ड के लिए आवेदन दिया गया था, लेकिन अब तक उसे राशन कार्ड प्राप्त नहीं हुआ है जिसकी वजह से उसे राशन नहीं मिल पा रहा है।
इस पर पंचायत कर्मी ने कोर पीडीएस की रिपोर्ट देखकर बताया कि अति गरीबी राशन कार्ड क्र. 223848538689 रेशमा के नाम पर 31 अक्टूबर 2020 को जारी किया गया है, जिसमें 31 अक्टूबर 2020 से लेकर 28 नवंबर 2021 तक प्रतिमाह ऑनलाइन 35 किलो चावल, अतिरिक्त चावल 5 किलो से लेकर शक्कर और केरोसीन तक उठाया गया है। महिला ने कहा कि यह सुनकर उसके पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई।
सोसायटी संचालक पर दबाव बनाने का आरोप
शिकायतकर्ता महिला ने कहा कि उसके 2 बच्चे हैं, पति साथ में नहीं है। वह बड़ी मुश्किलों से अपने बच्चों का लालन-पालन कर रही है। कोरोनाकाल में भी उसके नाम पर जारी राशन कार्ड से बिना उसके हस्ताक्षर के राशन का उठाव कर उसे प्रदान नहीं किया गया, जबकि उस दौरान उसे राशन की बेहद आवश्यकता थी।
उसने कहा कि राशन कार्ड नहीं होने की वजह से उसे शासन की महती योजनाओं के लाभ से भी वंचित होना पड़ रहा है। उसके बच्चों को आंगनबाड़ी में दाखिला तक नहीं मिल पाया है। महिला ने कहा कि अब सोसायटी संचालक और कई लोगों के द्वारा समझौते के लिए उस पर दबाव बनाया जा रहा है।
जांच के बाद होगी कार्रवाई - एसडीएम
इस संबंध में मनेंद्रगढ़ एसडीएम नयनतारा सिंह तोमर का कहना है कि संबंधित महिला की शिकायत उनके संज्ञान में है। खाद्य निरीक्षक को जांच के लिए कहा गया है। जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत होने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।