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भाजपा करेगी लोकतंत्र की रक्षा में जेल भरो आंदोलन- श्याम बिहारी
02-May-2022 9:50 PM
भाजपा करेगी लोकतंत्र की रक्षा में जेल भरो आंदोलन- श्याम बिहारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

चरमिरी, 2 मई। कांग्रेस द्वारा आंदेालन एवं अन्य कार्यक्रमों के लिए जारी किये गये आदेश के खिलाफ भाजपा जिला कार्यालय बैकुंठपुर में किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कि देश के श्रमजीवियो समेत समाज के सभी तबको ने अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लम्बी लडाइयां लड़ी है और उसके बाद हम आज यहां तक पहुंचे है। दुर्भाग्य यह है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अब असहमित के हर आवाज का दमन करना चाहती है। उसने एक काला आदेश निकाल कर रैलियों और प्रदर्शन पर कड़े प्रतिबन्ध और शर्तो को थोपने का काम किया है।

श्री जायसवाल ने आगे कहा कि आप सभी अच्छी तरह जानते है कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के सपनो को छलने का काम किया है। उसने प्रदेश की सीधी-सच्ची जनता को दर्जनों लुभावने सपने दिखा कर, उनसे सैकड़ो वादे कर सत्ता हड़प ली। और अब जिस जनता ने उसे सत्ता सौपी, उसी के साथ वह बर्बरता की सीमा लांघते हुए, प्रदेश के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार की नृशंस कर रही है।

ऐसे समय पर जब भाजपा बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर जी की जयंती को सामाजिक न्याय पखवाड़ा के रूप में मना रही है, तब छत्तीसगढ़ की जनता के साथ कांग्रेस असामाजिक, अलोकतांत्रिक अन्याय करने पर उतारू है।

बाबा साहेब के संविधान दवारा प्रदत्त लोकतान्त्रिक अधिकारों की हत्या की कोशिश कर रही है कांग्रेस।

भूपेश सरकार ने एक तुगलकी आदेश जारी कर प्रदेश भर के सभी निजी, सार्वजनिक, धार्मिक, राजनितिक, अन्य संगठनों दवारा प्रस्तावित आयोजनों पर जिसमे भीड़ आती हो, उसे रोकने के लिए 19  बिन्दुओं  की शर्त लगाई गयी है, और उसका कठोरता से पालन सुनिश्चित करने को कहा है।

इन शर्तो का पूरी तरह पालन कर कोई भी बड़ा धार्मिक, राजनितिक, सामाजिक आयोजन संभव ही नहीं है। अत: सीधे तौर पर सरकार यह चाहती है कि जन संगठनों के विरोध प्रदर्शन को, असहमित की आवाज़ को, विपक्ष को, धार्मिक भावनाओं को, अभिव्यक्ति की आज़ादी को कुचल दे। कांग्रेस का ऐसा करने का इतिहास भी रहा है, आपातकाल लगा कर उसने हम जीने तक के अधिकार से वंचित कर दिया था।

लखीमपुर में छग का करोड़ो लुटा आने वाले बघेल के पास अपने मतदाताओं को देने के लिए बस लाठी है, जिस तरह रायपुर में आंदोलनकारियो  को पिछले हफ्ते ही जूतों से कांग्रेस सरकार दवारा कुचला गया, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियो तक के दवारा जम कर उन पर लाठी- मुक्के बरसाए गए, अब इस नए तुगलकी आदेश के बाद ऐसे तत्व और किस तरह जनता का दमन करेंगे, इसकी कल्पना की जा सकती है।

इस आदेश में सबसे आपत्तिजनक और असंवैधानिक बिन्दु आयोजकों से हलफनामा लिया जाना है। उसके बाद आयोजन के दौरान किसी भी तरह का किथत उल्लंघन होने पर सीधे उन पर कानूनी कार्यवाही होगी। मतलब अब प्रदेश में हर कार्यक्रम अंतत: शासन के रहमोकरम पर निर्भर होगा।

स्वतंत्र भारत के इतिहास में बिना घोषित किये हुए ऐसा आपातकाल लगा देने का ऐसा शायद अन्य कोई उदाहरण नहीं होगा। दु:ख की बात यह है कि इन्ही आंदोलनकारियों के पास जा-जा कर समथन के लिए हाथ फैला कर भूपेश बघेल आज यहां तक पहुंचे है, लेकिन सत्ता के अहंकार में अब इनकी मांगों पर विचार करना तो दूर, इनकी आवाज तक छीन लेना चाहती है कांग्रेस। इससे अनैतिक, अपराधिक, असंवैधानिक, असभ्य, निंदनीय कदम किसी सरकार का और क्या हो सकता है।

कांग्रेसी आपातकाल के खिलाफ पूर्व में भी आज़ादी की दूसरी लड़ाई लड़ कर जैसे  देश ने जीत हासिल की थी, उसी तरह निश्चय ही हम छत्तीसगढ़ के लोग आज़ादी की इस तीसरी लड़ाई को भी दम-खम से लड़ते हुए कांग्रेस को फिर परास्त करेगी। कांग्रेस सरकार को हम हमारे लोकतांतांत्रिक अधिकारों से खेलने नहीं देंगे। हम यह आदेश वापस लेने कांग्रेस को फिर से चेतावनी देते है।

इस प्रेस वार्ता में भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल, जिला उपाध्यक्ष शैलेश शिवहरे, देवेन्द्र तिवारी, विपिन बिहारी जायसवाल मौजूद रहे।

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