कोरिया

कूटरचना कर राजस्व के दस्तावेजों में किया हेरफेर
27-May-2022 2:43 PM
कूटरचना कर राजस्व के दस्तावेजों में किया हेरफेर

कलेक्टर और एसपी ने दिया जांच कर कार्रवाई का आश्वासन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 27 मई।
राजस्व अभिलेखों में कूट रचना कर मिलते जुलते नाम परिवर्तित कर भूमि पर दावा करने के मामले को लेकर  पीडि़त स्थानीय निवासी सुरेश चंद्र बडेरिया ने कलेक्टर कोरिया को इस मामले में संधारित राजस्व अभिलेखों की जांच करने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गयी और मामले की जानकारी उन्होंने प्रेस वार्ता कर बताई।

प्रेसवार्ता में पीडि़त सुरेश चंद्र बडेरिय ने बताया कि उसके स्वामित्व की ग्राम खरवत में भूमि जिसका पुराना खसरा नम्बर 1223 तथा नया खसरा नम्बर  2102 है रकबा  0.190 हे. है। जिसके संबंध में आवेदन मे बताया गया कि उक्त खसरा नम्बर की भूमि उसके बाबा देवीदयाल बड़ेरिया ने सन 1955 उसके पूर्व भूमि स्वामी मंगल साय रजवार से क्रय किया था। देवीदयाल की मृत्यु होने के बाद आवेदक के पिता जगदीश बड़ेरिया के नाम दर्ज हुआ तथा उनकी मृत्यु पश्चात आवेदक एवं भाईयों के नाम फौती नामांतरण दर्ज हुआ है।

आवेदक उक्त भूमि का व्यपवर्तन कराने के पश्चात बाउंड्रीवाल का निर्माण भी करा लिया है और लगातार उसका कब्जा है। इस मामले में अनावेदक कौशिल्या पति स्व. आगरसाय, महादेव आ. धनसाय, जानकी पुत्री स्व.धनसाय सुशीला पुत्री स्व. धनसाय तथा कृष्णा देवी पुत्री स्व. धनसाय ने यह जानते हुए कि भूमि स्व. मंगल रजवार की भूमि है और वे मंगला पनिका के वारिस है। धोखाधड़ी कर आवेदक की भूमि को हड़पने के लिए फर्जी आधार पर मुकदमा पेश किये है। ऐसा कृत्य स्वयं में धोखाधड़ी का अपराध गठन करता है।

आवेदन में यह भी उल्लेख किया है कि अनावेदकगण भू माफियाओं के संपर्क में है जिन्होने नामांतरण पंजी में हेर फेर करते हुए मूल पंजी में मंगल साय रजवार के खाते के आगे प्रविष्टी मंगला पनिका के नाम कर धोखाधडी  किया गया है।
 इसी फर्जी प्रविष्टी के आधार पर आवेदक की भूमि को हडपने की कोशिश की जा रही है। जिसे लेकर अनावेदकगणों के द्वारा आवेदक के विरूद्ध कई मामले प्रस्तुत किये है जिसके कारण आवेदक अत्यधिक परेशान है। सेटलमेंट रिकार्ड 1947-48 में खसरा नम्बर 1223 नया नम्बर 2102 मंगल साय आत्मज भिखारी रजवान के नाम पर दर्ज है जो यह साबित करता है कि खसरा नम्बर 2102 मंगल रजवार की भूमि है, वहीं सेटलमेंट रिकार्ड 1947-48 में भूमि स्वामी मंगला आत्मज गोलहई पनिका के नाम पर खसरा न9म्बर 786, 813, 826 तथा 873 दर्ज है। जिससे अवलोकन से यह ज्ञात होता है कि पुराना खसरा नम्बर 1223 मंगला आत्मज गोलहई पनिका के नाम पर दर्ज नहीं है।

आवेदक ने धोखाधड़ी से की गयी प्रवृष्टि में सुधार कर खसरा नम्बर  12223 के प्रविष्टि  मंगला आत्मज गोलहई पनिका के नाम से विलोपित किये जाने की मांग करते हुए इस मामले में संलिप्त दोषियों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।

भू माफियाओं के चलते बढ़ रहे राजस्व मामले
कोरिया जिले में भू माफियाओं के चलते भूमि का विवाद ज्यादा बढ़ रहा है जिसके चलते राजस्व न्यायालयों में भूमि संबंधी मामले में बढ़ोतरी हुई है।  जिले के शहरी क्षेत्रों व इससे लगे क्षेत्रों में भू माफिया सक्रिय है जिनके द्वारा भूमि स्वामियों के साथ मिलकर कई तरह की धोखाधड़ी करते हैं। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई रसूखदार व्यक्तियों द्वारा सीधे साधे ग्रामीणों की भूमि को कूट रचना कर अपना बना ले रहे है। ज्यादातर उन जमीनों को लेकर ऐसा किया जा रहा है जिन पर किसी का लंबे समय से कब्जा है लेकिन उसका रिकार्ड तैयार नही किया गया है। ऐसे भूमियों पर रसूखदार लोगों की नजर रहती है ओर राजस्व कर्मियों से मिलकर अपने नाम रिकार्ड दर्ज करा लेते है। इसके बाद मामला राजस्व न्यायालयों में लंबे समय तक चलता है।

इस तरह के मामले ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा है जिनके बाप दादा के समय से किसी भूमि पर कब्जा तो है लेकिन उसका रिकार्ड नही बना पाने की स्थिति में उनकी जमीन को कोई और रसूखदार अपने नाम कर लेता है और न्यायालयीन विवाद शुरू हो जाता है जो लंबे समय तक चलता है। तहसील न्यायालय से लेकर कलेक्टर न्यायालय, कमिश्नर न्यायालय यहॉ तक की कई मामले राजस्व मण्डल तक भी पहुॅच रहे है।
 

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