कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 1 जून। कोरिया जिले के भरतपुर जनपद पंचायत के दर्जनों किसानों का सडक़ निर्माण के लिए अधिग्रहित की गयी भूमि किसानों की भूमि का मुआवजा नहीं दिया गया, जिससे कि नाराज किसानों ने कई बार मॉग पर आश्वासन के बाद भी मुआवजा नहीं मिलने पर जनकपुर कोटाडोल मार्ग पर जाम कर मुआवजा की मॉग की।
जानकारी के अनुसार इसके पूर्व क्षेत्र के किसानों ने अधिकारियों केा आवेदन देकर मांग की गयी थी यदि उनके लंबित मुआवजा प्रदान नहीं किया जाता है, तो जनकपुर कोटाडोल मार्ग जाम कर आंदोलन किया जायेगा। उस दौरान लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने दो महीने की मोहलत मॉगी थी और इस दौरान लंबित मुआवजा किसानों केा प्रदान कर दिया जायेगा लेकिन दो माह बीतने के बाद भी जब लंबित मुआवजा नहीं मिला, तब गुस्साये ग्रामीणों के द्वारा बीते दिनों कोटाडोल मार्ग पर एकत्र होकर सडक़ जाम कर मुआवजे की मांग किया जाने लगा। उल्लेखनीय है कि करीब 12 वर्ष पूर्व जनकपुर से कोटाडोल सडक़ मार्ग बनाने के लिए क्षेत्र के दर्जनों किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया गया था। जमीन अधिग्रहित करने के बाद आज तक मुआवजा प्रदान नहीं किया गया है। जिससे कि प्रभावित ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।
हर बार मिलता है सिर्फ आश्वासन
सडक़ निर्माण के लिए भूमि का अधिग्रहण करने के कई साल बीत जाने के बाद भी जिन किसानो की जमीन अधिग्रहित की गयी है उन्हे मुआवजा नहीं प्रदान किया गया है। इस संबंध में प्रभावित किसानों ने बताया कि उनके द्वारा इसके पूर्व कई बार भूमि अधिग्रहण के बदले मुआवजा की मॉग की गयी, लेकिन अधिकारियों के द्वारा हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया गया। नाराज किसानों का कहना है कि 12 सालों से हमें सिर्फ मुआवजा मिलने का आश्वासन ही मिलता रहा। अब आंदोलन का ही रास्ता बचा हुआ है। प्रभावित किसानों का कहना है कि अब धरना प्रदर्शन आंदोलन करने के बाद ही सरकार की नींद टुटेगी और अधिकारी भी इस मामले में गंभीर होंगे। प्रभावित किसानों का कहना है कि अब रणनीति बनाकर धरना प्रदर्शन चक्काजाम किया जायेगा और लंबित मुआवजा की मांग की जायेगी।
जनप्रतिनिधि भी नहीं देते ध्यान
सडक़ निर्माण कार्य में क्षेत्र के दर्जनों किसानों की भूमि अधिग्रहित कर ली गयी, लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी किसानों को भूमि का मुआवजा नहीं दिया गया है। पीडि़त किसानों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों केा भी इस मामले को लेकर कई बार पूर्व में शिकायत दी जा चुकी है, लेकिन क्षेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि भी उनकी समस्याओं की ओर ध्यान नहीं देते है। उनके द्वारा सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन ही दिया जाता है। किसानों का कहना है कि यदि क्षेत्र के प्रमुख जनप्रतिनिधि हमारी समस्याओं को गंभीरता से ले तो जल्द मुआवजा भुगतान हो जायेगा, लेकिन वे गंभीरता पूर्वक ध्यान नहीं देते है।