कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 6 सितंबर। जिले के सबसे बडे जिला अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं व साफ सफाई को लेकर दैनिक ‘छत्तीसगढ़’ने खबर का प्रकाशन प्रमुखता से किया था और खबर प्रकाशन के तत्काल बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया और कचरों के ढेर जो कि अस्पताल के छत पर एकत्र कर रखी गयी थी उसे साफ सफाई करने में जुट गया और अस्पताल की छत में महीनों से प्लास्टिक की थैलियों में भर कर रखी जा रही सभी एकत्र किये कचरों को अस्पताल प्रबंधन ने पूरी तरह से साफ करा दिया।
ज्ञात हो कि जिला अस्पताल मे बीते कई माह से अस्पताल से निकलने वाले अवशिष्टों को प्लास्टिक में भरकर अस्पताल की छत में रखी जाती रही ऐसा कई महीनो से करते रहने के कारण अस्पताल के छत पर कचरों का अंबार लग गया था जिस पर छत्तीसगढ की नजर पडने पर प्रमुखता से खबर का प्रकाशन किया। इसके बाद तत्काल ही अस्पताल प्रबंधन कई महीनों से डंप किये जाते रहे अस्पताल की छत के कचरों केा सफाई कराने में जुट गया।
इस तरह अस्पताल की छत पर पूरी तरह से महीनों के कचरों को साफ कर दिया गया इसके अलावा अस्पताल प्रबंधन द्वारा जिला अस्पताल के सभी वार्डो में विशेष रूप से साफ सफाई भी शुरू कर दी। उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल की साफ सफाई में प्रतिमाह बडी राशि खर्च की जाती है पर्याप्त सफाई कर्मी कार्यरत है इसके बावजूद जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डो में साफ सफाई का अभाव देखा जाता रहा है और वार्डो के शौचालयों की साफ सफाई सही तरीके से नही किये जाने के कारण वार्डो के शौचालयों दुर्गंध के कारण वार्ड में भर्ती मरीजों केा परेशानियों का सामना करना नित्य करना पडता है। अब बराबर इस दिशा में अस्पताल प्रबंधन को ध्यान दिये जाने की जरूरत होगी।
मुख्य गेट पास व्यवस्था बनाये जाने की जरूरत
जिला चिकित्सालय बैकुण्ठपुर के मुख्य गेट के पास ही जमीन नीची है उस पर चेकल टाईल्स लगा दी गयी है। बरसात के इस सीजन में थोडी बारिश होने के बाद मुख्य गेट स्थल पास पानी का भराव हो जाता है इस कारण अस्पताल आने जाने वाले लोगों केा गंदे पानी के बीच से होकर आना जाना करना पडता है। पास में ही मरीज के परिजन शेड के नीचे भोजन पकाते है और बर्तन साईड में धोते है जिसका गंदा पानी भी बहकर गेट के पास के नीचले हिस्से में जमा होते रहता है। इस तरह की स्थिति कई सालों से बनी हुई है। जिसे सुधार कर मुख्य गेट स्थल की भूमि को बराबर करने की जरूरत है ताकि बरसात के दिनों में लोगों को अस्पताल प्रबेश करने पर गंदे पानी के बीच से आना जाना ना करना पडे।