कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 25 नवम्बर। राष्ट्रीय सूत्र साहित्य सम्मान सूत्र जगदलपुर व संबोधन साहित्य एवं कला विकास संस्थान मनेंद्रगढ़ के संयुक्त आयोजन में मनेंद्रगढ़ राजस्थान भवन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में देश भर के लगभग 60 साहित्यकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सूत्र सम्मान के संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार विजय सिंह एवं गिरीश पंकज द्वारा साहित्यकार नासिर अहमद सिकंदर, वरिष्ठ रचनाकार सांवलिया प्रसाद सर्राफ, माझी अनंत, लाहिड़ी महाविद्यालय चिरमिरी के प्राचार्य प्रो. रामकिंकर पांडेय एवं नंदन द्वारा आरा पटना के साहित्यकार ओमप्रकाश मिश्रा एवं जोधपुर राजस्थान के साहित्यकार सूर्य प्रकाश को क्रमश: 2020 एवं 2021 का सूत्र सम्मान एवं सम्मान निधि प्रदान किया गया।
इस अवसर पर सूत्र सम्मान के संयोजक विजय सिंह ने अंचल के साहित्यकारों के मध्य सूत्र सम्मान प्राप्त करने वाले दोनों साहित्यकारों को अपनी बधाई देते हुए वर्ष 2022 के सूत्र सम्मान के लिए वरिष्ठ साहित्यकार संजय अलंग का नाम घोषित किया, जिसका उपस्थित साहित्यकारों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। साहित्यकार गिरीश पंकज ने कहा कि सूत्र सम्मान साहित्य के सृजन में संलग्न लेखकों और साहित्यकारों की साधना का परिणाम है जो लेखकों को अपनी लेखनी के बल पर किसी ऊंचाई तक पहुंचने के लिए प्रेरित करती रहती है। संबोधन संस्था के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने सम्मानित साहित्यकारों को शुभकामनाएं देते हुए बिहार, पश्चिम बंगाल, राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध साहित्यकारो को इस समारोह मे शामिल होने के लिए नगर के विद्वान साथियों की ओर से बधाई दी। सूत्र सम्मान के 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में भिलाई के साहित्यकार छगनलाल सोनी के काव्य संग्रह मन पंछी आकाश का विमोचन किया गया।
सम्मान समारोह का द्वितीय सत्र में उपस्थित सविप्रा उपाध्यक्ष गुलाब कमरो ने संस्था के इस कार्यक्रम को मनेंद्रगढ़ की उपलब्धि निरूपित करते हुए कहा की संबोधन जैसी संस्थाएं इस नगर को राष्ट्रीय आयोजनों से जोडक़र मनेंद्रगढ़ को गौरव प्रदान कर रही हैं।
इस अवसर पर आयोजित काव्य संध्या में देश भर से आए वरिष्ठ साहित्यकारों ने अपने गीतों एवं कविताओं की प्रस्तुति दी गई।