कोरिया
खड़ी पकी फसलों को पहुंचा रहे नुकसान, किसान चिंतित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 दिसंबर। कोरिया वन मंडल के दो वन परिक्षेत्र में हाथियों का दो दल विचरण कर रहा है। एक दल कोरिया वन मण्डल के देवगढ़ रेंज में जिसमें 15 सदस्यीय हाथियों का दल है, वहीं दूसरा दल कोरिया वन मण्डल खडग़वां वन परिक्षेत्र में हाल में ही कटघोरा वन मण्डल क्षेत्र से आया है, जिसमें तीन सदस्यीय हाथियों का दल है। दोनों ही दलों के द्वारा क्षेत्र में फसलों को क्षति पहुंचाई जा रही है।
जानकारी के अनुसार बीते दिनों हाथियों के दल के द्वारा कोरिया वन मंडल के देवगढ़ वन परिक्षेत्र में 3 किसानों के फसलों को क्षति पहुंचाई है, जिसका आंकलन किया जा रहा है, जिसके बाद संख्या बढ़ सकती है। वहीं दूसरे द्वल द्वारा भी बीते दिनों 4 किसानों के फसलों को रौंद कर क्षति पहुंचाई गयी। बड़ी मात्रा में हाथियों के दल द्वारा किसानों के पकी खड़ी फसलों को क्षति पहुंचाई जा रही है, जिससे किसान चिंतित है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोरिया वन मण्डल के देवगढ़ रेज में विगत एक सप्ताह से हाथियों का 15 सदस्यीय दल विचरण करत हुए क्षेत्रीय किसानों के फसलों को जमकर नुकसान पहुंच रहा है। यह दल बीते दिनों आनंदपुर क सेमरखाड नाला 456 हरियर छग परिसर से निकलकर ग्राम केराझरिया बीट दामुज के पी 413 टेटेंगानाला दुधनिया जलाशय ग्राम केराझरिया पहुंच गया था। इसके बाद इस क्षेत्र से फिर वापस हरियर छग आनंदपुर के 456 सेमरखाड नाला में विश्राम करते रहे, वहीं दूसरा दल कोरिया वन मण्डल के देवाडांड बीट क्षेत्र में 3 सदस्यीय दल दो दिनों से विचरण कर रहा है, जिनके द्वारा क्षेत्र के 4 किसानों के फसलों को क्षति पहुंचाई गई।
विभागीय अमले से मिली जानकारी के अनुसार बीती रात्रि हाथियों का दल बहेराडाड़ में प्रवेश किया तथा ग्राम सरईझरिया, जरौंधा, कारीछापर में विचरण करत हुए 10 दिसंबर को बीट देवाडांड़ के कक्ष क्रमांक 623 में विचरण करते रहे और इसी स्थल पर रहे। वन अमले में इस क्षेत्र से हाथियों के दल को कटघोरा वन मण्डल के पसान रेंज में जाने की संभावना जताई है।
वन अमला कर रहा निगरानी
कोरिया वन मण्डल क्षेत्र में दो क्षेत्रों में हाथियों का दल है एक दल एक पखवाड़े से कोरिया वन मण्डल क्षेत्र में विचरण कर रहा है। इस दौरान वन विभाग का अमला हाथियों के दल पर सतत निगरानी रख रहा है।
जानकारी के अनुसार देवगढ़ रेंज में विचरण कर रहे हाथियों का दल केराझरिया क्षेत्र तक रात्रि में जाता है, लेकिन उसके आगे अपने रूट पर नहीं बढ़ पा रहा है।
बताया जा रहा है कि ग्रामीणों के द्वारा हाथियों के मार्ग पर विभिन्न तरीकों से अवरूद्ध उत्पन्न कर रहे हैं, कहीं आग जलाकर कहीं पटाखों को फोडक़र हाथियों के दल का रास्ता रोक दिया जा रहा है, जिस कारण हाथियों का दल आगे अपने रूट पर नहीं बढ़ पा रहा है। जिसके कारण हाथी फिर वापस अपने स्थल पर लौट रहे हैं। ऐसे में वन विभाग के अमले को हाथियों को आगे बढऩे देने के लिए रास्ता के अवरूद्ध होने से रोकने की जरूरत है, ताकि हाथियों का दल आगे बढक़र गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र की ओर सुरक्षित चला जाये।