कोरिया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 7 जनवरी। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के तलवापारा स्थित एसएलआरएम सेंटर बड़ी मात्रा में एक्सपायरी दवाएं फेकी पाई गई, वहीं जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर के सीएस डॉ. ए के करण ने जांच की बात कही है।
जानकारी के अनुसार एक्सपाइरी दवाओं को डिस्पोज करने के लिए सरकार ने नियम बना रहे है परंतु जिला अस्पताल प्रबंधन ने नियमों का पालन नहीं किया गया, दरअसल, गौ रक्षा वाहिनी के जिलाध्यक्ष अनुराग दुबे एक गौ वंश को दफनाने जेसीबी लेकर एसआरएलएम सेंटर पहुंचे तो उन्होंने देखा बड़ी मात्रा में एक्सपायरी दवाओं को ऐसे ही फेंक दिया गया है, सभी जीवन रक्षक दवाएं सीजीएमएससी के तहत सप्लाई की हुई है।
ज्यादातर फेंकी गई दवाएं काफी महंगी बताई जा रही है, इनमें टेबलेट्स के साथ इंजेक्शन और कई तरह के सर्जिकल आइटम भी है। महत्वपूर्ण बात यह है कि ये दवाएं वर्ष 2014 से 2017 में एक्सपायर हो चुकी थी तो 5 साल बाद जिला अस्पताल प्रबंधन को इन्हें ठिकाने लगाने की याद आई?
अनुमति दी किसने
जिला अस्पताल प्रबंधन ने बड़ी मात्रा में एक्सपाइरी दवाएं फेंक दी, यर दवाएं कब और कहां रखी थी ये अधिकारी बता नही पा रहे है, क्योंकि ये दवाएं बीते 5 साल पुरानी है वही इन दवाओं को फेंकने की अनुमति किसने प्रदान की ये कोई बताने को तैयार नहीं है। सीएस ए के करण का कहना है कि वो इस मामले की जांच करवाएंगे, दवाओं के फेंके जाने के नियमों का पालन नहीं किया गया है।
दवाएं मिलती नहीं और फेंक रहे
गौ रक्षा वाहिनी के जिलाध्यक्ष अनुराग दुबे ने दवाओं के फेके जाने के मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में मरीजों को दवाएं मिलती नहीं है। लोगों को निजी मेडिकल दुकानों के चक्कर काटना पड़ता है, जिन दवाओं को फेंका गया है उनकी खरीदी की भी जांच होनी चाहिए।