कोरिया

विधानसभा चुनाव में 6 माह बाकी, दावेदार सक्रिय
19-Apr-2023 3:24 PM
विधानसभा चुनाव में 6 माह बाकी, दावेदार सक्रिय

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 19 अप्रैल।
विधानसभा चुनाव 2023 को अब मात्र 6 माह रह गए है, परन्तु अभी माहौल में एकदम शांति है। राजनैतिक दल अभी चुनावी मोड में नजर आ रहे है। दावेदार मैदान में उतर चुके है। पार्टी के कार्यक्रमों के अलावा मैदान में दावेदार खुद को सामने लाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। सभी चुनावी मैदान में उतरने के लिए अपनी रणनीति पर काम कर रहे है। बैठकों को दौर जारी है। दूसरी ओर उभरते हुए दल बीते 4 साल पूरे समय सक्रिय रहे है।

छत्तीसगढ़ राज्य की पहली विधानसभा क्रमांक 1 भरतपुर सोनहत की बात की जाए तो यहां बीते 4 वर्ष कांग्रेस सत्ता मेंं है, दावा किया जा रहा है कि 1300 करोड़ के विकास कार्य किए गए है। कांग्रेस को लग रहा है कि नया जिले का निर्माण उसके लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है, विकास कार्यो के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चेहरे को लेकर वे आश्वस्त है।

कांग्रेस के कार्यकर्ता सीसी सडक़ हो या पुल पुलिया, वन विभाग हो या आरईएस विभाग वे विकास कार्यो में ज्यादा व्यस्त है, चुनावी वर्ष है इसलिए ज्यादा से ज्यादा काम निपटाने में जुटे है, 4 वर्ष बेहिसाब रेत का अवैध उत्खनन करने के बाद चुनावी वर्ष में अवैध कारोबार पर हल्का ब्रेेक लगाया गया है, परन्तु जनता इससे अनभिज्ञ नहीं है। वहीं हाल ही में मारपीट की घटना में हुई मौत के मामले में कांग्रेस को बैकफूट पर ला खड़ा किया है। मामले में मौत हो जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ा जबकि ऐसी घटना प्राय पूरे कार्यकाल में घटित होती रही है, जिससे लोग डरे सहमे रहे है।

भाजपा विधानसभा में कानून व्यवस्था, गुंडागर्दी, अवैध रेत उत्खनन से लेकर क्षेत्र में नेताओं की निष्क्रियता व पिकनिक दौरों को मुद्दा बनाने में जुटी हुई है, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के साथ गोंडवाना गणतंत्र पार्टी इस बार प्रमुख राजनैतिक दल कांग्रेस और भाजपा को कड़ी टक्कर देने की स्थिति में दिख रहे है, क्योंकि बीते 4 वर्ष इनकी सक्रियता किसी से छिपी नहीं है। इस क्षेत्र में गोडवाना गणतंत्र पार्टी अंदरखाने में बेहद सक्रिय है। तो आम आदमी पार्टी ने जनकपुर क्षेत्र में खुद को काफी मजबूत किया है।

दावेदारों में सक्रियता
कोरिया से अलग जिला होने के बाद एमसीबी जिले के भाजपाई थोड़ा राहत महसूस कर रहे है, नए अध्यक्ष के साथ नई कार्यकारिणी को लेकर वे उत्साहित है। भरतपुर सोनहत विधानसभा में भाजपा के दावेदारों की बात करे तो भाजपा के जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह मैदान मे नजर आ रहे है, कांग्रेस राज में अवैध रेत उत्खनन के मामला हो या जनता से जुड़ा कोई भी मामला, वे सक्रिय दिखााई दे रहे है, साथ वे ना सिर्फ जनकपुर क्षेत्र में वे सोनहत में भी बेहद सक्रिय है। इसके अलावा जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह, उर्मिला सिंह के साथ पूर्व विधायक चंपा देवी पावले प्रमुख है, श्रीमति पावले ने भी बीते 4 वर्षो में कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला है।

अब देखना है भाजपा हारे हुए चेहरों को लेकर मैदान में उतरती है या नए चेहरों को लेकर सामने आती है। वहीं बीते दिनों भाजपा प्रभारी रामविचार नेताम इन दावेदारों से मिल कर टिकट के दावेदारों की नब्ज टटोल कर गए है। आम आदमी पार्टी की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष सुखवंति सिंह टिकट की प्रमुख दावेदार है जबकि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से श्याम सिंह मरकाम एक फिर दावेदारी कर रहे है, गोंगपा को 2018 के चुनाव में 26632 मत मिले थे, वे हार के बाद से इस क्षेत्र मे सक्रिय है। वहीं कांग्रेस में कोई नया दावेदार अभी तक सामने आता नहीं दिख रहा है।

नए जिले का कितना असर
भरतपुर सोनहत विधानसभा का क्षेत्र काफी बड़ा है, नए जिले के निर्माण से राजनीतिक समीकरण बदल चुके है। कोरिया जिलामुख्यालय बैकुंठपुर से जनकपुर की दूरी 156 किमी थी, वहीं नवीन जिला मुख्यालय से 110 किमी की दूरी है, जिस कारण जनकपुर, कोटाडोल से लेकर माडीसरई और चांटी जैसे दूरस्थ क्षेत्रों को नवीन जिला बनने से दूरी का लाभ ना के बराबर मिला है। नवीन जिला बनने से भरतपुर तहसील हो या केल्हारी अभी तक इन्हें कोई नया कार्यालय नहीं मिला है। इसका यहां नए जिले के निर्माण का असर काफी कम है। साथ ही विधानसभा का सोनहत क्षेत्र अब पुराने जिला में रह गया है। इसका असर चुनावों में कितना होता है यह देखने वाली बात होगी।

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