कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 29 नवंबर। शासन द्वारा दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने व गौ पालकों के आर्थिक उन्नति के उद्देश्य से सहकारी समिति के माध्यम से एक प्रतिशत ब्याज दर पर के.सी.सी. ऋण उपलब्ध कराने की योजना में हुए घोटाले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
बैकुंठपुर के अमरपुर निवासी सिद्धनाथ गोयन ने कलेक्टर कोरिया को पत्र लिखा है। लिखे पत्र के अनुसार दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने व गौ पालकों के आर्थिक उन्नति के उद्देश्य से सहकारी समिति के माध्यम से एक प्रतिशत ब्याज दर पर के.सी.सी. ऋण उपलब्ध कराने की योजना में प्रत्येक गौ पालक को एक दुधारू गाय पर 25,750 रूपये प्रति गाय के मान से ऋण उपलब्ध कराया जाता है। ऋण वितरण के पूर्व जिसका स्थल निरीक्षण समिति प्रबंधक को करना आवश्यक होता है, किन्तु समिति धौराटिकरा के समिति द्वारा ऐसा नही किया गया। सिर्फ इस समिति से सरगुजा संभाग में सर्वाधिक लगभग 2 करोड़ का ऋण वितरण किया गया है।
यही कारण है कि आज तक इस का राशि वसूली नहीं हो सकी है और इनके द्वारा शासन से ऋण माफी का इंतजार किया जा रहा है। ताकि ऋण माफी हो जाये और कृषकों को पता ही ना चले की उनके नाम से ऋण निकला है। उन्होंने आरोप लगाया है कि इस कार्य में इन्हें सहकारी बैंक शाखा बैकुण्ठपुर व सहकारिता विभाग के जिला अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है, बैंक के शाखा प्रबंधक तो इनके ऋण देने वाले के रिश्तेदार ही हैं। उन्होंने कलेक्टर से लीड बैंक प्रबंधक के माध्यम से समिति धौराटिकरा द्वारा वितरित गौ पालन के के.सी.सी. ऋण फर्जीवाड़ा की जांच उचित कार्रवाई करने की मांग की।