कोरिया

एनएच-43 पर गड्ढे ही गड्ढे, आए दिन हो रहे हादसे
03-Jan-2021 7:58 PM
एनएच-43 पर गड्ढे ही गड्ढे, आए दिन हो रहे हादसे

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बैकुंठपुर, 3 जनवरी। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर शहर से गुजरने वाली राष्ट्रीय राजामार्ग क्रमांक 43 की हालत शहर क्षेत्र के अलावा शहर के बाहरी क्षेत्रों में भी दयनीय हो गयी है। जिससे प्रतिदिन लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा जर्जर सडक़ों व सडक़ पर बने गढ्ढों के कारण आये दिन हादसे होते रहते हैं।

एनएच के अधिकारियों का कहना है कि हम सडक को दुरूस्त कर देंगे।पर हमें जिला प्रशासन का आदेश चाहिए, उनका कहना है कि सरडी से जमगहना तक की सडक़ स्टेट को ट्रांसफर कर दी गई है, वहीं लोक निर्माण के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक हमें जो सडक़ ट्रांसफर की गई है उसकी जानकारी उन्हें नहीं मिली है।

 अब तक कई बार शहर व शहर के बाहरी क्षेत्रों में एनएच 43 का पैच वर्क का कार्य कराया गया। जिसके कुछ दिनों बाद ही सडक़ फिर से जर्जर स्थिति में पहुंच गया।  अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का प्रतिदिन शहर क्षेत्र से आना जाना लगा रहता है लेकिन सडक़ सुधार की दिशा में न जनप्रतिनिधियों ने ही गंभीरता पूर्वक आवाज उठाई और न ही अधिकारियों ने ही पहल की। जिससे लोगों को प्रतिदिन गढ्ढेयुक्त सडक़ों पर आवागमन करना पड रहा है। दुर्घटनाएं हो रही है।

खरवत से जमगहना तक एनएच 43 जर्जर

राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक  43 शहर से पूर्व खरवत से लेकर ग्राम जमगहना तक सबसे खराब स्थिति में है। मुख्य मार्ग होने के कारण प्रतिदिन भारी संख्या में वाहनों की दिन भर आवाजाही रहती है। खरवत से जमगहना तक का सफर करने में वाहन चालकों को काफी समय लग जाता है। जिस मार्ग पर गाडिय़ों को सरपट दौडना चाहिए था उक्त दोनों स्थानों के बीच वाहनों को हिचकोले खाकर चलना पड रहा है। खरवत से जमगहना तक की सडक़ कई जगहों से जर्जर हो गयी है तथा कुछ जगहों पर जानलेवा गढ्ढे हो गये है। ऐसे मार्ग पर सबसे ज्यादा परेशानी वाहन चालकों को होती है। ऐसी स्थिति एक साल से ज्यादा समय से बनी हुई है।

जर्जर सडकों के साथ ही सडक पर धूल के गुब्बार भी उडते है जो लोगों के सेहत के लिए खतरनाक साबित हो रहे है।

शहर क्षेत्र में ही एनएच 43 पर गड्ढे

शहर के मध्य से गुजरने वाले  एनएच  43 पर शहर क्षेत्र में ही कई जगहों पर गढ्ढे बन गये है जिसे पाटने से स्थिति सुधर सकती है लेकिन इतना सा भी काम जिम्मेदार अधिकारियेां को नही दिखाई देता। जानकारी के अनुसार शहर के घडी चौक, चिरमिरी चौक के पास ही कई गड्ढे बने हुए है जहॉ पर अचानक वाहन चालकों को हिचकोले खाने पड़ते है जिसके चलते कई बार दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। साथ ही सुरक्षित यातायात की दिशा में गड्ढे आवागमन को असुरक्षित कर रहे है।

बायपास निर्माण की कछुआ गति

शहर क्षेत्र. से भारी वाहनों की आवाजाही न हो, इसके लिए बायपास सडक निर्माण कार्य चालू किया गया है जो एक साल से अधिक समय व्यतीत हो जाने के बाद भी पूरा नही हो सका है। निर्माण कार्य की कछुआ गति के चलते समय पर कार्य पूर्ण नही हो पाया है।

सडक़ निर्माण कार्य में अपेक्षित गति नही आ पायी है। जानकारी के अनुसार साल भर से अधिक समय से बायपास सडक़ का निर्माण हो रहा है लेकिन लगभग 8 किमी का बायपास साल भर में भी नही पूरा किया जा सका है। यदि बायपास सडक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाता है तो शहर क्षेत्र. में भारी वाहनों का दबाव भी कम होगा तथा लोगों को आवागमन में भी सुविधा के साथ समय की बचत होगी।

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