कोरिया
तीन साल की बच्ची पॉजिटिव, संसदीय सचिव ने दिए बेहतर इलाज के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 13 मई। कोरिया जिले में पहली बच्ची में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया, बुधवार की देर रात संसदीय सचिव ने बच्ची का हाल जाना, खून की कमी पर उन्हें ब्लड ट्रांसफ्यूजन करवाया, दूसरे दिन बच्चों के लिए अलग से 50 बिस्तरीय कोविड केयर बनाने की दिशा में वो कोविड अस्पताल पहुंची जहां उन्होंने खाली पड़े भवनों में 100 अतिरिक्त और 50 बेड बच्चों के लिए बनाए जाने का अधिकारियों को निर्देशित किया।
इस संबंध में संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने बताया कि बच्चों में कोरोना का संक्रमण का पहला मामला सामने आया है, बच्ची में खून की कमी थी, उनका इलाज जारी है, अब हमें बच्चों के लिए अलग से कोविड केयर अस्पताल बनाने की शुरूआत करनी है, साथ ही 100 बिस्तरीय कोविड अस्पताल भर चुका है, पूरे जिले का दबाव इसी कोविड पर रहता है, इसलिए 100 बेड और बढाने की तैयार जारी है, उन्होने नवीन जिला अस्पताल के निर्माण को लेकर बताया कि यह स्थान पूरा मेडिकल हब के तौर पर बनाने का मेरा प्लान है, नवीन जिला अस्पताल भी यही बनेगा, चाहे मुझे इसके लिए कुछ भी करना पड जाए, क्योकि यहां अब कुछ एक ही छत के नीचे आसानी से मुहैया हो सकता है। बच्चों के अस्पताल की राशि भी आ चुकी है उसे भी यही बनाए जाने के लिए काम शुरू कर रही हूं।
वहंी सीएमएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा ने बताया कि कोविड अस्पताल के आसपास काफी भवन अधूरे पडे है सभी स्वास्थ्य विभाग के ही है, इसी में 100 बेड अतिरिक्त और 50 बेड बच्चों के कोविड केयर के बनाए जा सकते है। क्योंकि पहला मामला बच्चों में कोरोना के संक्रमण का जिले में आ चुका है, उन्होनें बताया कि 3 वर्षीय बालिका इससे प्रभावित है, उसका इलाज जारी है।
कोरिया जिला का पहला बच्चो में कोरोना संक्रमित मामला सामने आया, 3 वर्षीय बालिका को लेकर उसके माता पिता बुधवार की रात 11 बजे पहुंचें, मामले की जानकारी के बाद संसदीय सचिव श्रीमती सिंहदेव ने चिकित्सकों को यथासंभव बेहतर चिकित्सा के निर्देश दिए, पहले बालिका को कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां खून की कमी के कारण वहां खून नहीं दिया जा सका, देर रात उसे वापस जिला अस्पताल लाया गया, जहां हमेशा लोगों की मदद के लिए आगे आने वाले पंडित ज्ञानेन्द्र शुक्ला ने अपना रक्तदान किया। जिसके बाद बालिका की हालत में काफी सुधार आया, वहीं सुबह संसदीय सचिव बच्चों को लेकर चिंतित होकर कोविड अस्पताल पहुंची, उनके साथ सीएमएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा थे, संसदीय सचिव ने खाली पडे भवनों को निरीक्षण किया और 100 बेड अतिरिक्त और 50 बेड बच्चों के लिए नए बनाए जाने को कहा।
मेडिकल हब बने कंचनपुर
संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने कंचनपुर को कोविड अस्पताल के लिए चुना था, वहीं तत्कालिन कलेक्टर डोमन सिंह के साथ उन्होने यहां 10 एकड भूमि का नवीन जिला अस्पताल के लिए चयन भी कर लिया था, परन्तु कलेक्टर बदलते ही मामले में पेंच आ गया और अदला बदली भूमि पर नवीन जिला अस्पताल बनाए जाने की तैयारी जिला प्रशासन करने लगा, जबकि उक्त भूमि पर विशाल तालाब हुआ करता था और इतने बड़े जिला अस्पताल का भवन यदि बनाया जाता है तो तय है कि वो अंदर धंस जाएगा। ऐसे में संसदीय सचिव श्रीमति सिंहदेव अब उनके द्वारा कंचनपुर में चुनी हुई भूमि पर जिला अस्पताल बनाने के लिए पूरा जोर लगा रही है, उनका कहना है कि इसके लिए मुझे जो करना हो करूंगी।