कोरिया
मनेन्द्रगढ़, 21 जून। लगभग पांच हजार से अधिक लोगों को योग एवं प्राणायाम का नि:शुल्क प्रशिक्षण देने वाले वरिष्ठ योगाचार्य सतीश उपाध्याय ने अपने दैनिक दिनचर्या में योग एवं प्राणायाम को आत्मसात तो किया ही है साथ ही 17 वर्षों में उनके द्वारा कई लोगों का योग एवं प्राणायाम के माध्यम से नि:शुल्क उपचार भी किया गया है। वर्तमान में 61 वर्ष की उम्र में भी वे निरंतर योग एवं साधना के माध्यम से योग के प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं ।
विश्व योग दिवस पर योग के महत्व पर चर्चा करते हुए वे कहते हैं कि योग को जीवन में एक अनिवार्य दिनचर्या की तरह शामिल करने से एवं नियमित योग करने से निश्चित रूप से कई असाध्य रोग दूर होते हैं। उन्होंने बतलाया कि पाचन तंत्र, हृदय रोग, वजन बढऩा, डिप्रेशन एवं दमा जैसे रोगों में योग से आश्चर्यजनक लाभ देता है। उन्होंने बताया कि पतंजलि योग समिति के निर्देशन में चलने वाले योग साधकों में विश्वनाथ गुप्ता उर्फ विशु ने 98 किलो वजन से अपना वजन घटाकर 80 किलो कर लिया है एवं थायराइड की गंभीर बीमारी से निजात पा लिया है। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वास्थ कर्मी प्रतिभा सोलोमन को हाथ पांव में दर्द एवं जकडऩ की शिकायत थी, योग से उन्हें भी इन समस्याओं से छुटकारा मिला है। वे पिछले 1 साल से नियमित योग कर रही हैं। पिंकी सलूजा को बीपी, सिर में दर्द एवं हाथों में कंपन की शिकायत थी, योग से उन्हें भी इस समस्या से छुटकारा मिला है ।