कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 26 जून। कोरिया जिले में आने वाले 2 माह बाद पंचायत स्तर पर गठित दल से हर स्तर की समस्याओं का न सिर्फ निराकरण होगा बल्कि सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाएं जनता तक पहुंच पाएगी। उक्त बातें कोरिया कलेक्टर श्याम धावडे ने ‘छत्तीसगढ़’ से कही। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता है कि जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर हो। इसे और बेहतर करने की पूरी कोशिश की जाएगी।
कलेक्टर श्याम धावड़े ने कहा कि हमने शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों की मॉनिटरिंग की योजना बनाई है, इसके परिणाम आगामी दो माह में दिखने लगेंगे।। पंचायत स्तर की हर समस्या की समीक्षा की जाएगी और तत्काल उक्त समस्या के हल की पूरी कोशिश की जाएगी। ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव उससे जुडे पटवारी और जमीनी स्तर पर काम की जानकारी सीधे हम तक पहुंचेगी।
कलेक्टर श्री धावड़े ने कहा कि नवीन जिला अस्पताल कंचनपुर में ही बनेगा, आने वाले समय में कोरिया जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी नहीं होने दी जाएगी। बैकुंठपुर के तलवापारा स्थित जिस भूमि पर पूर्व में बनाए जाने का निर्णय लिया गया था।उक्त भूमि पर दूरगामी सोच के साथ देखा जाए तो एक तो जगह कम है, वहां मेडिकल वेस्टेज को डिस्पोज करने की समस्या के साथ बगल में कन्या और शासकीय महाविद्यालय होने से छात्र-छात्राओं को भी परेशानी होगी। दूसरा आने वाले समय में यदि जिला अस्पताल का विस्तार किया जाता है तो इसके लिए बड़ी समस्या अतिरिक्त भूमि की होगी जो वहां नहीं है। वहीं कंचनपुर में पर्याप्त भूमि के साथ उक्त पूरे स्थान को मेडिकल हब के तौर पर तैयार करने की योजना बनाई जा रही है। वैसे वहां कोविड अस्पताल के साथ कई भवन है जिनका उपयोग चिकित्सीय कार्य के लिए किया जा सकता है। तलवापारा स्थित भूमि को महाविद्यालयीन छात्रों के लिए हाईटेक मैदान के रूप में विकसित करने में किया जाएगा।
स्वास्थ्य सुविधाओं का इतिहास
कोरिया जिले को स्थापित हुए 22 वर्ष हो चुके है, राज्य निर्माण के बाद 15 वर्ष भाजपा और 7 वर्ष कांग्रेस की सरकारें रही। अविभाजित मप्र में कोरिया रियासत के राजा रामानुज प्रताप सिंहदेव की 1935 में बैकुंठपुर का अस्पताल बनवाया था, 1998 में कोरिया जिला बनने के बाद से वर्ष 2005 तक बैकुंठपुर का अस्पताल पहले प्राथमिक और फिर बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रहा, उसके बाद पूर्व वित्त मंत्री डॉ रामचंद्र सिंहदेव के वर्ष 2008 तक के कार्यकाल में उन्होनें नए 100 बिस्तरीय अस्पताल भवन का निर्माण करवाया। उन्हीं के प्रयास से नए भवन जिला अस्पताल का नाम दिया गया। इसके साथ उन्होनें जनकपुर में भी 100 बिस्तरीय अस्पताल का निर्माण करवाया था। सरकार भाजपा की थी और तब से अब तक सुविधाओं में मामूली बढ़ोतरी हुई, भाजपा की सरकार में एसएनसीयू, ब्लड बैंक की स्थापना जिला अस्पताल में हुई, जबकि 2018 में कांग्रेस की सरकार आते ही डायलसिस मशीन, कोविड अस्पताल, वायरोलॉजी लैब संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव की पहल पर हो पाया।
वहीं सिटी स्कैन मशीन सांसद ज्योत्सना महंत की पहल पर एसईसीएल सीएसआर मद से जिला अस्पताल में लगाने वाली है।
सुविधाओं का है अभाव
कोरिया जिले का जिला अस्पताल में आज भी निश्चेतना विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं हो पाई, यह पद 2005 से यहां रिक्त है, इसके अलावा कई विशेषज्ञ चिकित्सकों का आभाव बना हुआ है। वहीं सबसे ज्यादा मौतें दुर्घटना मे होती है, ट्रॉमा सेंटर की बेहद जरूरत है। इसके अलावा हार्ट, किडनी सहित कई गंभीर बीमािरयों के इलाज के लिए यहां के लोगों को राज्य के बड़े शहरों का रूख करना पड़ता है। वहीं जिले के ज्यादातर प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सकों को बेहद आभाव बना हुआ है। मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी, सोनहत, जनकपुर से ज्यादा मामले रेफर होकर बैकुंठपुर स्थित जिला अस्पताल पहुंचते है, सुविधाओं की कर्मी के कारण उन्हें यहां से भी बाहर जाना पड़ता है।