कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 10 जुलाई। कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड के ठकुरहत्थी, पलारीडांड में मूलभूत सुविधाओं के अभाव के बीच आदिवासी ग्रामीण जैसे-तैसे जीवनयापन कर रहे हैं। यहां न तो सडक़, न सही ढंग की बिजली और न शुद्ध पीने का पानी की सुविधा है। हैंडपंप है तो उनमें लाल पानी निकल रहा है, तो कुछ खराब पड़े हंै। सोलर लाइट है तो कभी जलती है कभी नहीं जलती, पुलिया 3 वर्ष से अधूरी है तो सडक़ पत्थरीली है।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ द्वारा सोनहत एसडीएम प्रशांत कुशवाहा से पूछने पर उन्होंने बताया कि चेक करवाते हैं, क्या समस्या है।
कोरिया जिले का सोनहत विकासखंड के ग्राम पंचायत तंजरा के आश्रित ग्राम ठकुरहत्थी पहुंचने के लिए एक जिंदा सुखनैया नाले को पार करके जाना पड़ता है, बारिश में यह नाला बेहद उफान पर होता है जिसके कारण पूरा गांव अपने ग्राम पंचायत मुख्यालय से कट जाता है, वहीं तंजरा के एक और आश्रित ग्राम जाने वाले रास्ते में एक बड़ी पुलिया का निर्माण वर्ष 2018 मे शुरू हुआ, और तब से पुलिया अधूरी पड़ी हुई है। जिसके कारण उक्त रास्ते पर भी बारिश में आवागमन पूरी तरह से बाधित हो जाता है। वहीं पलारीडांड जाने के लिए पहाड़ी रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है, कुछ माह पूर्व यहां रूर्बन मिशन के तहत सीसी सडक़ का निर्माण शुरू हुआ, कुछ ही मीटर निर्माण के बाद काम रूक गया, इसमें मनरेगा के तहत काम किए मजदूरों की मजदूरी भी बाकी है। लोगों का कहना है कि सडक़ का निर्माण जल्द शुरू हो, जिससे पलारीडंाड पहुंचना सुगम हो सके। ग्रामीणों की मांग है कि इसे पीएमजीएसवाय से जोडक़र तंजरा से पत्थरगंवा तक सडक़ बन जाती तो काफी हद तक समस्या का निदान हो जाता।
9 हैंडपंप, 2 खराब बाकी में लाल पानी
ठकुरहत्थी में पीने के पानी को लेकर ग्रामीण बेहद परेशान हैं। कहने को 9 हैडपंप हैं, जिसमें 2 पूरी तरह से खराब हैं, प्राथमिक शाला स्कूल के पास 3 हैंडपंप लगे हैं, हर हैंडपंप से लाल पानी निकलता है, वहीं पटेलपारा के हैंडपंप से भी लाल पानी आता है, पटेलपारा और स्कूलपारा के बीच एक मीठे पानी का कुंआ है, जो कुछ माह पूर्व धंसक गया है, ग्रामीण फिर भी उसी कुएं से पीने का पानी लाकर अपना गुजारा करते है, गर्मी के दिनों में यह भी सूख जाता है तो ग्रामीण मजबूरी में नाले का पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते हैं।
सोलर लाइट की लुकाछिपी
तंजरा ग्राम पंचायत में दो सोलर प्लांट है, यहां के सतिपारा के ग्रामीणों की मानें तो वहां स्थित सोलर प्लांट में कम सोलर प्लेट के साथ बैटरी भी कम लगी हुई है, जिसके कारण बमुश्किल दो से तीन घंटे ही बिजली रहती है, बाकी समय वो अंधेरे में ही रहकर गुजर-बसर कर रहे है। वहीं पलारीडंाड में घर-घर में लैंप दिए गए है, ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव में सोलर प्लांट लगाया जाए।
सोलर हैंडपेप की मांग
पलारीडांड के ग्रामीणों ने एक सोलर हैंडपंप की मांग की है, जबकि ठकुरहत्थी के ग्रामीणों ने भी स्कूल के आसपास के साथ पटेलपारा और स्कूलपारा मे ंभी हैंडपंप पर सोलर लगाकर हैडपंप की मांग की है। इसके अलावा पंडो रामनारायण ने मांग की है कि ठकुरहत्थी में सिंचाई को लेकर काफी दिक्कत है, जबकि तंजरा में काफी मात्रा में पानी है, वहां से किसी तरह से पानी को सिचाई के लिए नहर बनाकर लाया जाए।
दो पुलिया धंसी
तंजरा से पलारीडांड जाने वाले रास्ते में बनी दो पुलिया में एक बीच से तो दूसरी किनारे से धंस चुकी है, दोनों पुलिया को बने 10 वर्ष हो चुके है। 2 वर्ष से दोनों पुलिया की स्थिति जस की तस बनी हुई है, ग्रामीण किसी तरह पुलिया में हुए गड्ढों से बचकर आना-जाना करते है। एक पुलिया में तमाम पत्थरों को भरकर किसी तरह आवाजाही की जा रही है।