कोरिया
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर, 24 जुलाई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। कोरिया जिले के जनपद पंचायत सोनहत अंतर्गत नवगठित ग्राम पंचायत रावतसरई में वैसे तो कई तरह की समस्याओं से ग्रामीणों को जूझना पड़ रहा है। लेकिन पेयजल की समस्या यहां बेहद गंभीर है। ऐसा नहीं है ग्रामीणों ने इस ओर प्रशासन का ध्यान नहीं आकृष्ट करवाया हो, कई आवेदन देने के बाद भी प्रशासन ने इस ओर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
इस संबंध में पीएचई एसडीओ जयंत चंदेल का कहना है कि मैं फिल्ड में जाऊंगा, जहां-जहां पेयजल समस्या है वहां ठीक करने का प्रयास करूंगा।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत रावतसरई के पटेलपारा के कई परिवारों को शुद्ध पेयजल की कोई माकूल व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण ग्रामीण ढोढ़ी का दूषित जल पीने को मजबूर हैं।
रावतसरई के पटेलपारा के ग्रामीणों ने बताया कि उनके यहां सबसे ज्यादा परेशानी पेयजल को लेकर है। बरसात में तो काम चल जाता है लेकिन गर्मी के मौसम में लंबी दूरी से पेयजल लाना पड़ता है। पटेलपारा के निचले हिस्से में खेत में एक ढोढ़ी बना हुआ है पटेलपारा के सभी परिवार उसी ढोढ़ी का पानी अपने घरों तक ले जाते हैं। बरसात के दिनों में ढोढ़ी का पानी पीने योग्य भी नहीं है, लेकिन लोगों की मजबूरी है कि वे अपने घरों तक ढोढ़ी का पानी लेकर जाये।
इन दिनों ढोढ़ी में पानी भरा है, लेकिन वह पानी पीने योग्य नहीं है, लेकिन ग्रामीणों की मजबूरी है कि उसी ढोढ़ी का पानी पिये। इसके अलावा उनके पास शुद्ध पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। इस दिशा में अब तक कोई भी जनप्रतिनिधि पटेलपारा के ग्रामीण परिवारों की इस समस्या की ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया और न ही अब तक कोई अधिकारी ही इस दिशा में ध्यान दिया। ग्रामीण बताते है कि उनके यहां तो अधिकारी भी ज्यादा नहीं आते है।
पटेलपारा में एक भी हैंडपंप नहीं
ग्राम पंचायत रावतसरई के पटेलपारा के ग्रामीणों ने बताया कि उनके पारा के लोगों को पेयजल के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। वर्षों से पटेलपारा के ग्रामीण परिवार ढोढ़ी का पानी पीते आ रहे हैं। विकास की बात की जाती है लेकिन क्या यही विकास है, यह सवाल ग्रामीण परिवार बताते हुए कहते हंै कि उनके पारा में आज तक एक भी हैंडपंप का खनन नहीं हुआ है। यदि इस पारा में एक भी हैंंडपंप का खनन कर दिया जाता तो ग्रामीण परिवारों केा बरसात के दिनों में ढोढ़ी का गंदा पानी पीने को मजबूर नहीं होना पड़ता। आजादी के कई दशक बाद भी यहां एक हैंडपंप का खनन नहीं हो पाया।
ग्रामीणों की मांग है कि पटेलपारा में सोलर पंप या हैंडपंप का खनन करा दिया जाये, जिससे कि इस मोहल्ले के लोगों को पेयजल की परेशानी दूर हो सके।
गर्मी के दिनों में पेयजल संकट
ग्राम रावतसरई के पटेलपारा के ग्रामीणों की मुख्य समस्या में से एक पेयजल की समस्या विकराल स्थिति में है। ग्रामीणों का कहना है कि अभी तो कोई ज्यादा परेशानी नहीं है, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी पेयजल की है। ग्रामीणों ने बताया कि हमारे मोहल्ले के सभी लोग ढोढ़ी का पानी पीते हैं। बरसात के सीजन में पानी की किल्लत नहीं होती है लेकिन जब बरसात बीत जाते है तब धीरे धीरे पेयजल की परेशानी बढऩे लगती है तथा गर्मी के दिनो में पेयजल की बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है क्योंकि इस दौरान तक मोहल्ले के पास खेत में स्थित ढोढ़ी भी पूरी तरह से सूख जाता है जिससे कि पटेलपारा के ग्रामीण परिवारों को दूसरे मोहल्ले से लंबी दूरी तय कर पानी लाना पड़ा है जो सबसे ज्यादा परेशानी होती है।।