कोरिया
छत्तीसगढ़ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 24 जुलाई। हसदो नदी मनेंद्रगढ़ के तट पर स्थित मेरीन फासिल्स पार्क के संरक्षण एवं बायोडायवर्सटी हेरिटेज साईट चिन्हाकंन करने के संदर्भ में 26 जुलाई की प्रात: साढ़े 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन छग राज्य जैव विविधता बोर्ड रायपुर द्वारा किया गया है। मनेन्द्रगढ़ की संस्था संबोधन साहित्य एवं कला विकास संस्थान को भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में परिचर्चा हेतु आमंत्रित किया गया है जिसमें संस्था अध्यक्ष विनोद तिवारी, विचार मंच विभागाध्यक्ष वीरेंद्र श्रीवास्तव सहित संस्था के अन्य सदस्य शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ राज्य जैव विविधता बोर्ड रायपुर द्वारा जानकारी दी गई है कि उक्त संदर्भ में वीरबल साहनी इंस्टीट्यूट ऑफ पैलोंटोलॉजी लखनऊ द्वारा 26 जुलाई को 11.30 बजे गूगल मीट के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से परिचर्चा रखी गई है जिसमें संबोधन संस्था सहित मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वन वृत्त अंबिकापुर, वन मंडलाधिकारी मनेन्द्रगढ़ वन मंडल एवं निनाध बोधनकर प्रोफेसर भू-विज्ञान अध्ययन शाला रविशंकर युनिवर्सिटी रायपुर भी संयुक्त रूप से शामिल होंगे।
संबोधन संस्था के प्रचार-प्रसार विभागाध्यक्ष तथा सचिव नरेंद्र अरोड़ा ने बताया कि संबोधन संस्था द्वारा विगत कई वर्षों से हसदो नदी तट पर स्थित करोड़ों वर्ष पुराने फासिल्स के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले दिनों मनेंद्रगढ़ में रायपुर मुख्यालय से बायोडायवर्सटी के चेयरमैन अरूण पाण्डेय का आगमन गोंडवाना मेरीन फासिल्स के विकास एवं संरक्षण हेतु हुआ था जिसमें संबोधन संस्था के पर्यावरण विशेषज्ञ टीम के साथ उन्होंने हसदो तट पर जाकर इसका निरीक्षण किया था।
इस दौरान संस्था द्वारा दिये गये ज्ञापन में बताया गया कि छत्तीसगढ़ के एकमात्र इस 28 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जीवाश्म को विकसित किया जाए तभी यह अंतर्राष्ट्रीय धरोहर बन सकती है।
संस्था द्वारा इसके संरक्षण हेतु प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित समस्त प्रशासनिक अधिकारियों को पत्राचार भी किया गया है तथा यथासंभव संपर्क करके पूरी जानकारी दी गई है।