कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 20 फरवरी। कोरिया जिले के भरतपुर जनपद पंचायत अंतर्गत संरक्षित हरचौका के मवई नदी में फिर से अवैध रेत उत्खनन का कार्य जोर पकड़ लिया है। बुध्वार की रात अवैध रेत उत्खनन कर परिवहन कार्य में लगे एक हाईवा वाहन के द्वारा मुख्य विद्युत खंभे को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जिसके बाद से वनांचल क्षेत्र के दर्जनों गांवों में अंधेरा छा गया। तीन दिन बाद विद्युत विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त विद्युत पोल को सुधार कार्य किया गया जिसके बाद शनिवार की रात 9 बजे क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था बहाल हो पायी। वहीं दिन में अवैध रेत का कारोबार बंद रहता है, शाम होते रात भर सैकड़ो हाइवा रेत मप्र और उप्र भेजा जाता है।
कोरिया जिले के भरतपुर के संरक्षित क्षेत्र हरचोखा में बुधवार की रात अवैध रेत के कारोबार में लगे हाईवा ने बिजली के 11 केव्ही के 3 खंभे उखाड़ डाले जिसके बाद क्षेत्र मेंं अंधेरा छा गया, यहां के ग्रामीण 3 दिन अंधेरे में रहने को मजबूर हो गए, जिसके बाद विद्युत विभाग ने सुधार कार्य किया तब जाकर शनिवार की रात 9 बजे बिजली की व्यवस्था बहाल हो पाई। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, इसके पूर्व कई बार ऐसा हो चुका है, सडक़े जर्जर हो चुकी है, हम लोगेां की मूलभूत सुविधाओं पर प्रहार हो रहा है, पीने के पानी का स्तर काफी नीचे चला गया है, सडक़े चलने लायक नहीं बची है, वहीं नदी में काफी बड़े आकार के गढ्ढे हो चुके है, जिसमें कई मवेशी डूबकर अपनी जांच गवां चुके है, परन्तु कार्यवाही के नाम पर अब तक कुछ नहंी हुआ है।
3 साल से जारी है अवैध रेत उत्खनन
भरतपुर जनपद क्षेत्र के अंतिम छोर के ग्राम हरचौका के निकट मवई नदी प्रवाहित है जो कि छग व मप्र का सीमावर्ती क्षेत्र है। मवई नदी दोनों राज्यो की सीमा निर्धारण करती है। इस नदी पर पिछले कुछ दिनों से फिर से अवैध रूप से रेत का उत्खनन कार्य बडे स्तर पर शुरू हो गया। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां से निकाले जाने वाला अवैध रेत का परिवहन मप्र के अलावा यूपी के कई प्रमुख क्षेत्रों तक परिवहन किया जाता है। मवई नदी पर बीते 3 साल से अवैध तरीके से रेत का उत्खनन एवं परिवहन कार्य किया जा रहा है। जिसे लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी रोष भी है। क्षेत्रीय ग्रामीणो के द्वारा मवई नदी से अवैध रेत उत्खनन को रोकने के लिए प्रशासन के पास कई बार शिकायत की गयी यहां तक की कई दिनों तक धरना प्रदर्शन भी किया गया। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों के द्वारा भी अवैध रेत उत्खनन को बंद करने के लिए कई दिनों तक धरना प्रदर्शन किया और ग्रामीणों ने भी समर्थन दिया। बावजूद इसके जिले के इस सीमावर्ती क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन को रोकने की दिशा में प्रशासन नाकाम रही है। लगातार विरोध के बावजूद स्थानीय प्रशासन के साथ जिला प्रशासन अवैध कृत्य पर ऑखे मूंद रखी है जिस कारण लगातार मवई नदी से अवैध रेत उत्खनन का कार्य जारी है।