कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 6 अक्टूबर। शहर में 5 अक्टूबर दशहरे के दिन दुर्गा प्रतिमाओं का बाजे गाजे के साथ अंतिम विदाई दी गयी तथा पूजा अर्चना के साथ देवी मूर्तियों का विसर्जन कर दिया गया। इसके पूर्व सुबह के समय पूजा पण्डालों में हवन पूजन का कार्य चला इसके बाद दोपहर बाद एक एक कर विभिन्न स्थानों पर विराजे गये देवी मूर्तियों को वाहन में सजाकर विसर्जन की झांकी निकाली गयी और वाहन में सजाकर विसर्जन की झांकी निकली इस नजारे को देखने के लिए शहर सहित आस पास के ग्रामीण अचंलों से भारी संख्या में लोग शहर धडी चौक पर एकजुट हुए और माता का अंतिम दर्शन कर उन्हे विदाई दी गयी।
शहर में स्थापित कई स्थानों के देवी मूर्तियों का धूम धाम के साथ विसर्जन की झांकी निकाल कर विसर्जन स्थल ले जाया गया जहॉ पर पूजन कार्य के बाद मूर्तियों को ठण्डा किया गया। इसके अलावा जिले के कई क्षेत्रों में स्थापित मूर्तियों को दशहरे के दिन विसर्जन कर दिया गया। इस तरह विगत नौ दिनों तक विधि विधान के साथ नवरात्र की पूजा अर्चना चलती रही और इस दौरान माता के विभिन्न नौ रूपो की पूजा अर्चना की गयी इस दोरान पूजा पण्डालों में प्रतिदिन भक्तों की भीड जुटती रही। अंतिम दिन हवन पूजन के बाद निकाली गयी देवी मूर्तियों के विसर्जन की झांकी में डीजे की धुन पर नाचते गाते श्रद्धालुओं के द्वारा माता केा अंतिम विदाई देकर विसर्जन कर दिया गया।
कई जगहों की मूर्तियों का दूसरे दिन विसर्जन
शहर सहित जिले के कई स्थानों पर देवी मूर्तियों का जहॉ दशहरा के दिन ही ज्यादातर जगहो ंपर की मूर्तियों का विसर्जन कर दिया गया लेकिन इस दौरान कई समितियों के द्वारा दूसरे दिन गुरूवार को विसर्जन के लिए मूर्तियों को ले जाया गया। इस तरह दो दिनों तक देवी प्रतिमाओं के विसर्जन की झांकी निकली। जानकारी के अनुसार शहर में ही कई जगहों पर स्थापित देवी प्रतिमाओं को दूसरे दिन गुरूवार को विसर्जन की झांकी दोपहर बाद निकाली गयी। इस दिन भी शहर में साप्ताहिक बाजार होने के कारण लोगों की भीड विसर्जन की झांकी देखने को जुटी इस कारण मुख्य मार्ग पर कई जगहों पर जाम की स्थिति बनती रही।