कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 7 अक्टूबर। कोरिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विभाग कीे राज्य सरकार ने अधिकारीं को हटाते हुए बड़ी सर्जरी तो की है परन्तु बाबू राज पर अभी तक किसी पर गाज नहीं गिर पाई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सीएमएचओ डॉ रामेश्वर शर्मा को हटाते हुए जिला अस्पताल में पदस्थ नेत्र विशेषज्ञ आरएस सेंगर को सीएमएचओ के पद पर पदस्थ किया है, उन्होनें आज शुक्रवार को पदभार ग्रहण किया। वहीं अपदस्थ सीएमएचओ रायपुर की दौड़ लगा के आ चुके है ताकि या तो आदेश रूक जाए या कहीं और उनको स्थान मिल सके।
कोरिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विभाग घोटाले के लिए बीते 3 वर्षो से चर्चा में है। कोरोना कॉल में सुरजपुर से ऑक्सिजन लाने के भाड़े का मामला हो या कोरोना कॉल में मरीजों को उनके घर तक छोडने का मामला हो, इनके भुगतान में बडा घोटाले को लेकर काफी चर्चा रही, वहीं वाहन शाखा में डीजल से लेकर वाहनों की मरम्मत का मामला हो, वाहनों के टेेंडर से लेकर वाहनों के किराए को लेकर कई बार उंगली उठती रही, ऐसा ही हाल मुख्यमंत्री हाट बाजार के तहत मिले डीजल की राशि विकासखंड स्तर तक पहुंचनें का मामला, इसके अलावा भंडार शाखा में दवा खरीदी के साथ उन्हें विकासखंड स्तर पर वितरण को लेकर कई सवाल खडेे हो चुके है। अनियमितताओं की जानकारी पूर्व सीएमएचओ का पूरी थी परन्तु उन्होने कभी इस पर नियंत्रण के प्रयास नहीं किए, ऐसा ही हाल अन्य योजनाओं को है, बमुश्किल सप्ताह में एक दो दिन ही वो दफ्तर में बैठ पाते और उनके कार्येकाल में कोरिया जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी विभाग में बाबू राज हावी रहा। वे ज्यादातर समय अस्पतालों के ऑपरेशन थियेटर जांच में लगे रहा करते थे। वहीं घोटालों को छुपाने आरटीआई के तहत कोई भी जानकारी नहीं दी गई। स्वास्थ्य ििश्वरों के आयोजन में भी बड़ी गड़बड़ी सामने आई। सीएमएचओं डॉ रामेश्वर शर्मा केे हटने के बाद नए सीएमएचओं पर इन बाबूओं को नियंत्रित करने की चुनौति देखी जा रही है।
नवपदस्थ सीएमएचओ डॉ आरएस सेंगर वैसे तो कई वर्षो से जिला अस्पताल बैकुंठपुर में नेत्र विभाग के प्रमुख है, परन्तु अब उनकी भूमिका बदल गई है, उन्हें कोरिया जिले के स्वास्थ्स विभाग की धूमिल हो चुकी छवि का चमकाने की जिम्मेदारी मिली है।
कार्यालय समय दिन में शराबखोरी के लिए मशहूर स्वास्थ्य विभाग के बाबूओं पर नियंत्रण करना होगा, वहीं ऐसे चिन्हाकित बाबूओं के टेबल में परिवर्तन करना होगा जो पूर्व सीएमएचओ के समय मलाईदार टेबल पर तैनात रहे। वहीं उन्हें अनियमितताओं को रोकने कारगर कदम उठाने होगें।