कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 10 अक्टूबर। कोरिया जिला मुख्यालय स्थित जिला अस्पताल के सीएस सरकार द्वारा निर्धारित समय से सवा घंटे विलंब से पहुंच रहे हैं तो अन्य चिकित्सकों के समय पर आने पर सवाल खड़े होते है। सोमवार को सीएस 10.15 पर पहुंचें तो जिला अस्पताल में पदस्थ 30 चिकित्सकों में 17 चिकित्सक ही समय पर उपस्थित थे, जबकि कई ओपीडी में चिकित्सक नहीं पहुंच पाए और ओपीडी के सामन मरीज बैठ कर इंतजार करते रहे।
जब सीएस डॉ. एके करण को सवा 10 बजे पहुंचने पर सवाल किया गया तो उनका कहना है कि धीरे धीरे से सब ठीक हो जाएगा, वो समय पर नहीं आ रहे है और 13 चिकित्सक समय पर नहीं पहुंचें है ओपीडी मेें मरीज खडै हुए है जिसका उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
सोमवार को जब ‘छत्तीसगढ़’ ने जिला अस्पताल का जायजा लिया गया तो पता चला कि सुबह 10.15 बजे तक 30 में से 17 चिकित्सक ही पहुंच चुके 13 चिकित्सक 10.15 बजे तक भी अपने कक्ष में नहीं बैठे पाये गये। जबकि अस्पताल खुलने का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक है ऐसे में एक घंटे बाद तक भी कई चिकित्सक अस्पताल नहीं पहुंच पाये थे। इसके कुछ देरी के बाद एक चिकित्सक आये उन्हें चिकित्सक पेशी में कोर्ट चले गये। शिशु वार्ड में सभी चिकित्सक पहुंच चुके थे, वही ंमहिला वार्ड में भी कुछ चिकित्सक पहुंचे थे, इसके अलावा डॉ. इमरान इमेरजेंसी ड्यूटी में दिखे।
इसी तरह दूसरी पाली में ओपीडी कक्ष में बहुत कम चिकित्सक ही बैठे दिखाई देते है। जिसके कारण दूसरे पाली में मरीजों की संख्या भी कम रहती है। कोरिया जिले में शासकीय विभागों में अधिकारियो कर्मचारियों के आने का कोई निश्चित टाईम टेबल नही है जबकि प्रशासन के द्वारा सरकारी कार्यालयों अस्पतालो के लिए समय निर्धारित कर दिया गया हैै।
अस्पताल अधीक्षक ही पहुंचते है देरी से
जिला अस्पताल में चिकित्सक ही नही बल्कि अस्पताल अधीक्षक जिनके उपर जिला अस्पताल की व्यवस्था की जिम्मेदारी है वे ही स्वयं देरी से पहुंचते है। सोमवार को जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके करण 10.15 तक नहीं पहुॅच पाये थे इसके पश्चात अपने कक्ष में पहुंच,े देरी से आने के सवाल पर उन्होने कहा कि थोडा देर हो गया है सब कुछ सुधर जायेगा। अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके करण स्थानीय छिंदडॉड से ही आते है।
कर्मचारी समय पर अधिकारी ही बरत रहे लापरवाही
जिला अस्पताल में पदस्थ अन्य चिकित्सा स्टाफ समय पर अपनी ड्यूटी पर हाजिर हो जाते है, विभिन्न स्तर के कर्मचारी समय पर तो प्रतिदिन अपनी ड्यूटी पर तो उपस्थित हो जाते है जिनके द्वारा अपना काम शुरू कर दिया जाता है लेकिन चिकित्सक ही प्रतिदिन लापरवाही बरतते है। जिन पर देरी से आने पर भी कभी किसी तरह की कोई कार्यवाही नही होती लेकिन यदि कोई कर्मचारी देरी से प्रतिदिन आता तो उस पर तत्काल कार्यवाही की जाती। आखिर जिम्मेदारों के लेट लतीफी पर कार्यवाही क्यो नही होती। यदि सख्त कार्यवाही करना शुरू हो जाये तो अस्पताल की व्यवस्था सुधर सकती है।
इन दिनों जुट रही मरीजों की भीड़
जिला चिकित्सालय में इन दिनों विभिन्न मौसमी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की बड़ी संख्या में उपचार कराने के लिए परिजन लेकर पहुंच रहे है। समय पर चिकित्सक के नहीं पहुंचने के कारण बे वजह उन्हें पर्ची कटाने के बाद चिकित्सक कक्ष के बाहर घंटों इंतजार करना पडता है।
जानकारी के अनुसार जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग मौसमी बीमारी के प्रभाव में आकर उपचार कराने के लिए ओपीडी में पहुंच रहे हंै। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है अस्पताल खुलने के साथ ही टिकट काउंटर में मरीज चिकित्सक से जॉच कराने के लिए कतार में लगकर पर्ची कटाते हैं। पिछले कई दिनों से जिला चिकित्सालय में मरीजों की जमकर भीड़ हो रही है ऐसे में चिकित्सकों की देरी से आना मरीजों को परेशान कर रहा है।