कोरिया

भवन उद्घाटन के 4 साल बाद भी ब्लड बैंक अब तक शुरू नहीं
11-Jul-2021 7:49 AM
भवन उद्घाटन के 4 साल बाद भी ब्लड बैंक अब तक शुरू नहीं

ब्लड के लिए 52 किमी दूर जिला अस्पताल की दौड़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 10 जुलाई।
एसईसीएल द्वारा संचालित केंद्रीय चिकित्सालय मनेंद्रगढ़ में ब्लड बैंक भवन का उद्घाटन हुए 4 साल होने को है, लेकिन अभी तक ब्लड बैंक शुरू नहीं हो सका है। इसे शुरू कराने के लिए राज्य शासन से लेकर एसईसीएल  अधिकारियों को कई बार ज्ञापन, रैली एवं धरना-प्रदर्शन तक किया गया, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो समूचे शहर ने गांधीवादी तरीके से भी आंदोलन चलाया, लेकिन परिणाम शून्य है।

एसईसीएल द्वारा संचालित केंद्रीय चिकित्सालय मनेंद्रगढ़ में ब्लड बैंक भवन का उद्घाटन 29 नवंबर 2017 को एसईसीएल के तत्कालीन निदेशक (कार्मिक) डॉ. आरएस झा एवं एसईसीएल संचालन समिति के सदस्य तत्कालीन क्षेत्रीय महाप्रबंधक बबन सिंह की उपस्थिति में संपन्न हुआ था। भवन का उद्घाटन हुए 4 साल होने को हैं, लेकिन अभी तक ब्लड बैंक शुरू नहीं हो सका है। वैसे तो शहर में राज्य शासन द्वारा संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी है, लेकिन दोनों ही अस्पताल ब्लड बैंक के अभाव में चल रहे हैं। ब्लड बैंक न होने का खामियाजा गंभीर हालात में अस्पताल पहुुंचने वाले मरीजों को भुगतना पड़ता है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं और सडक़ दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी मरीजों के परिजनों को ब्लड के लिए इधर-उधर भागना पड़ता है। 

ज्ञात हो कि मनेंद्रगढ़ से 52 किलोमीटर दूर केवल जिला अस्पताल बैकुंठपुर में एकमात्र ब्लड बैंक है। कोयलांचल एवं आदिवासी क्षेत्र रामनगर, बिजुरी, खोंगापानी, लेदरी, चिरमिरी, कोतमा, झगराखाण्ड, केल्हारी, कछौड़, चैनपुर, चनवारीडांड़, जनकपुर सहित आसपास एवं दूर-दराज के नागरिक और उनका परिवार इलाज के लिए मनेंद्रगढ़ का रूख करता है और जब उन्हें ब्लड की आवश्यकता होती है तो 52 किलोमीटर दूर जिला चिकित्सालय जाकर ब्लड निकलवा कर लाने में लगभग 4 से 5 घंटे लग जाते हैं। आकस्मिक गंभीर हालत के मरीज के लिए तत्काल ब्लड उपलब्ध नहीं हो पाने से कई बार असमय वे काल के गाल में समा जाते हैं। 

ज्ञात हो कि 14 जुलाई 2020 को तात्कालीन कलेक्टर एसएन राठौर की अध्यक्षता में आधिकारिक बैठक का आयोजन किया गया। मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल, महापौर कंचन जायसवाल, तात्कालीन जिला पंचायत सीईओ तूलिका प्रजापति, एसपी चंद्रमोहन सिंह, पार्षद शिवांश जैन, एसईसीएल हसदेव और चिरमिरी के जीएम पर्सनल की उपस्थिति में कलेक्टर ने विधायक की अनुशंसा पर केंद्रीय चिकित्सालय मनेंद्रगढ़ में 15 अगस्त से पहले ब्लड बैंक के संचालन की संपूर्ण प्रक्रियाओं के साथ उपयोग होने वाले उपकरणों को सुव्यवस्थित करने का आदेश दिया, ताकि आगामी 15 अगस्त को इसका शुभारंभ करते हुए संपूर्ण शहर वासियों को इस बड़ी सौगात का लाभ दिया जा सके।

ज्ञापन, रैली, गांधीवादी आंदोलन परिणाम शून्य
क्षेत्रवासियों के जीवन रक्षा हेतु मनेंद्रगढ़ में शीघ्र ब्लड बैंक शुरू कराए जाने की मांग को लेकर मनेंद्रगढ़ फ्रेंड्स गु्रप के द्वारा कई बार विधायकों, अफसरों एवं एसईसीएल के छोटे से लेकर बड़े अफसरों को ज्ञापन सौंपा गया। नगर में रैली निकाली गई। आंदोलन की चेतावनी दी गई, लेकिन जब कोई हल नहीं निकला तो अंत में गांधीवादी तरीके से कई माह तक केंद्रीय चिकित्सालय की मुख्य चिकित्साधिकारी को फूल भेंट किया गया, लेकिन परिणाम आज तक शून्य है।

ब्लड बैंक की सौगात मिलने से शहर मात्र 1 कदम दूर - सीएमओ
केंद्रीय चिकित्सालय मनेंद्रगढ़ की मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नम्रता सिंह से जब यह सवाल किया गया कि वर्षों से पूरी तरह से बनकर तैयार ब्लड बैंक आखिर किस वजह से शुरू नहीं हो पा रहा है, इस पर उन्होंने कहा कि कोविड की वजह से विलंब हुआ है। बैकुंठपुर से ड्रग कंट्रोलर की टीम निरीक्षण के लिए आई थी, वहीं मुंबई से ड्रग कंट्रोलर टीम ने वर्चुअल निरीक्षण किया था। निरीक्षण के उपरांत ब्लड बैंक की जो महत्वपूर्ण आवश्यकता बताई गई, वह ब्लड बैंक ऑफिसर और स्टाफ की ट्रेनिंग थी। इसके लिए डॉ. लवलेश गुप्ता सहित 2 टेक्रिशियन अपोलो बिलासपुर से मई माह में 6 माह की ट्रेनिंग पूरी करके आए हैं। इसके अलावा कुछ जरूरी उपकरण और मशीनें थीं, लॉकडाउन की वजह से उनकी डिलेवरी में विलंब हुआ है। डॉक्टर और स्टाफ की ट्रेनिंग के बाद हम जोर-शोर से लगे हुए हैं। लगभग 99 फीसदी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सब कुछ सही रहा तो अधिकतम समय 1 माह के भीतर शहर को ब्लड बैंक की सौगात मिल जाएगी, जो पूरे सरगुजा संभाग का सबसे बेस्ट और सर्वसुविधायुक्त ब्लड बैंक होगा।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news