राजपथ - जनपथ
सतनामी समाज के धर्म गुरू बालदास राजनीतिक ओहदे की उम्मीद लिए पिछले कुछ दिनों से सक्रिय हैं। बाबा गुरू घासीदास के कुनबे के बाबा बालदास गुजरे दिनों प्रदेश सरकार के एक ताकतवर मंत्री से सरकार में खाली पड़े कुछ पदों पर मनोनयन के लिए मदद की गुजारिश करने मिले। बताते हैं कि गुरु बालदास ने मंत्री से राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी से व्यक्तिगत मुलाकात के लिए मदद भी मांगी। प्रदेश सरकार के मंत्री ने समझदारी के साथ गुरु बालदास को मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी इच्छा से जाहिर करने की सलाह दी। गांधी से भेंट के लिए मुख्यमंत्री के जरिए समय लेने को मंत्री से सटीक जरिया बताया। वैसे मंत्री ने मुख्यमंत्री से कभी भी समय दिलाने में सहायता करने का भरोसा दिया। बाबा घासीदास के कर्मस्थली माने जाने वाले भंडारपुरी के रहने वाले गुरु बालदास का सतनामी समाज में धार्मिक खास प्रभाव है। सुनते हैं कि गुरु बालदास की लालबत्ती में सवारी करने की दिली ख्वाहिश भी है । मंत्री से उनकी पहले भी मेल-मुलाकात हो चुकी है। मुख्यमंत्री के दायरे से जुड़े मामले के कारण मंत्री ने बाबा को सीधे उनसे भेंट करने की नसीहत दी। बाबा की पद के लिए सक्रियता को राज्य में दो साल बाद होने वाले विस चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है।
मुफ्त की चाह ने बहुत रूलाया है...
इंटरनेट पर और मोबाइल फोन पर लोगों से धोखाधड़ी इस बड़े पैमाने पर जारी है कि रोजाना इसकी खबरें सुनने के बाद भी लोग धोखा खाते ही हैं, मानो धोखा खाना उनका पसंदीदा शगल हो। अब लोगों के पास थोक में एसएमएस भेजने वाले पतों से संदेश आता है कि उनका दो लाख रूपए का लोन एप्लीकेशन मंजूर हो गया है, और उसे कन्फर्म करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। इसके साथ ही एक लिंक रहता है जहां पर जाते ही जालसाजी और धोखाधड़ी शुरू हो जाती है। भारत सरकार अगर चाहे तो बड़ी आसानी से निगरानी रख सकती है कि लोगों को कर्ज देने या नौकरी देने के झांसे वाले ऐसे संदेश कहां से निकलते हैं। क्योंकि ऐसे बल्क एसएमएस भेजने वाली एजेंसियां रहती हैं, जो कि थोक में यही संदेश अनगिनत लोगों को भेज रही है, तो वह सही तो हो नहीं सकता। पुलिस भी रात-दिन अपनी ओर से लोगों को बचाने की कोशिश करती है लेकिन लोग हैं कि उन्हें मुफ्त का पैसा धोखे की तरफ ही खींच ही लेता है।
योगी का वीडियो और छत्तीसगढ़
यूपी में पहले चरण के मतदान के पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा की कड़ी मेहनत के बावजूद सत्ता हासिल नहीं होने वाले पश्चिम बंगाल का जिक्र किया, केरल जहां सीटों के लाले पड़े हैं, उसका भी जिक्र आया और जम्मू कश्मीर का भी, जहां धारा 370 खत्म किये जाने के बाद अप्रत्यक्ष रूप से केंद्र का ही शासन चल रहा है। उन्होंने करीब 6 मिनट के वीडियो संदेश में कहा कि मतदाताओं ने अगर यूपी में भाजपा को दुबारा नहीं चुना तो पांच साल में किये गये कामों पर पानी फिर जायेगा। केरल और पश्चिम बंगाल से इस पर कड़ी प्रतिक्रिया हुई है। इन तीन राज्यों में क्या कमी है, इसका जिक्र नहीं किया। केरल सीएम पी. विजयन ने ट्वीट किया अगर यूपी में योगी की सरकार बदल जाती है तो केरल की तरह अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज कल्याण के काम होंगे। धर्म और जाति के नाम पर हत्यायें नहीं होंगीं। बंगाल तृणमूल महासचिव कुणाल घोष ने कहा है कि महामारी प्रबंधन में विफल यूपी सरकार ने लाशों को गंगा में फेंक दिया जबकि पश्चिम बंगाल में दूसरे राज्यों से आने वालों का भी अंतिम संस्कार होता रहा। सोशल मीडिया पर कई आंकड़े देकर बताये गये हैं कि यूपी तरक्की के पैमाने पर सिर्फ बिहार, झारखंड, असम से आगे है। सकल विकास लक्ष्य में केरल शीर्ष है जबकि यूपी नीचे से चौथे स्थान पर है।
सन् 2018 में एक साथ भाजपा ने तीन राज्यों की सत्ता गवांई। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़। मध्यप्रदेश में विधायकों के पाला बदलने के बाद भाजपा सरकार फिर बन गई। राजस्थान में कोशिश हुई लेकिन तपस्या में कमी रह गई। छत्तीसगढ़ में तो इतनी बड़ी हार हुई है कि दूर-दूर तक सरकार पलटने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। छत्तीसगढ़ में भारी बहुमत से हुए सत्ता परिवर्तन के बावजूद यूपी सीएम ने इस राज्य का जिक्र शायद इसलिये नहीं किया कि यहां मतदाताओं ने किसानों, मजदूरों के लिये किये गये वायदों पर भरोसा करते हुए वोट दिया। जिन तीन राज्यों का योगी ने जिक्र किया है, वहां भाजपा की हिंदुत्व की अवधारणा को मतदाताओं ने नकारा है। मोदी और हिंदुत्व पर आकर्षण छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में बना हुआ है। विधानसभा चुनाव के बाद हुए लोकसभा चुनाव में यह दिख भी गया।